Bihar News: वेतन न मिलने पर कर्मी ने मैनेजर की बाइक चुराई, पुलिस ने किया गिरफ्तार Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, बिहार विधानसभा चुनाव का कर सकते हैं बहिष्कार; इसी महीने ले सकते हैं फैसला Tejashwi Yadav: “मेयर और उनके देवर के दो-दो ईपिक नंबर, गुजरात के BJP नेता भी बिहार के वोटर बने”, चुनाव आयोग पर तेजस्वी का हमला INDvsPAK: "हमारे जवान घर वापस नहीं आते और हम क्रिकेट खेलने जाते हैं", एशिया कप पर बड़ी बात बोल गए हरभजन सिंह; मीडिया को भी लपेटा Bihar News: CBI की विशेष अदालत में सृजन घोटाले का ट्रायल शुरू, पूर्व DM वीरेन्द्र यादव पर आरोप तय Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत Bihar News: पटना में युवक की आत्महत्या से मची सनसनी, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, बाढ़ का संकट और भी गहराया.. सहरसा में रुई के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 4 गाड़ियों ने पाया काबू
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 12 May 2024 07:06:01 AM IST
- फ़ोटो
DESK : बद्रीनाथ धाम के कपाट रविवार की सुबह छह बजे पूरे विधि-विधान, वैदिक मंत्रोच्चार और 'बद्री विशाल लाल की जय' के नारों के साथ सेना के बैंड की मधुर धुनों के बीच श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इसके साथ ही चारधाम यात्रा पूर्ण स्वरूप को प्राप्त कर ली है।
श्री बद्रीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ने इसकी सभी तैयारियां पूरी करते हुए मंदिर की 15 क्विंटल फूलों से भव्य सजावट की गई है। कपाट खुलने के मौके पर अखंड ज्योति के दर्शन को लेकर तीर्थ यात्रियों में भारी उत्साह है।
गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार को ही खोल दिए गए थे। इससे पहले शनिवार को भगवान बदरी नारायण के प्रतिनिधि उद्धवजी, देवताओं के खजांची कुबेरजी व गरुड़ महाराज की डोली के साथ आदि शंकराचार्य की गद्दी व गाडू घड़ा (तेल कलश) यात्रा पांडुकेश्वर स्थित योग ध्यान बदरी मंदिर से बदरीनाथ धाम पहुंच गई।
कपाट खुलने पर मुख्य पुजारी मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करेंगे और फिर वहां विराजमान माता लक्ष्मी के विग्रह को परिक्रमा स्थल स्थित लक्ष्मी मंदिर में विराजमान करेंगे। इसके बाद उद्धवजी व कुबेरजी गर्भगृह में विराजेंगे। सुबह छह बजे भगवान बदरी विशाल की चतुर्भुज मूर्ति से घृत कंबल को अलग कर अभिषेक के पश्चात उनके श्रृंगार दर्शन होंगे और संपूर्ण बदरी पंचायत उद्धवजी, कुबेरजी, नारदजी, नर और नारायण के दर्शन शुरू हो जाएंगे।
उधर, परंपरा के अनुसार जोशीमठ से 25 किमी दूर सुभांई गांव (तपोवन) में स्थित भविष्य बदरी धाम और उर्गम घाटी में स्थित बंशी नारायण के कपाट भी बदरीनाथ धाम के साथ ही खोले जाएंगे। इसी के साथ बदरीनाथ धाम मंदिर स्थित गणेशजी, घंटाकर्णजी, आदि केदारेश्वरजी, आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर, माता मूर्ति मंदिर के कपाट भी खुल जाएंगे।