Shivangi Singh: कौन हैं भारत की एकमात्र महिला राफेल पायलट शिवांगी सिंह? भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच खूब हो रही चर्चा Bihar News: बिहार के इस विश्वविद्यालय में होगी वास्तु शास्त्र की पढ़ाई, वैदिक एस्ट्रोनॉमी समेत ये कोर्स भी होंगे उपलब्ध India-Pakistan Tension: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा फैसला, जानिए.. India-Pakistan Tension: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चारधाम यात्रा को लेकर बड़ा फैसला, जानिए.. Civil Defence Volunteer: युवाओं को देशसेवा और रोजगार दोनों का अवसर,जानिए इतिहास Bihar Crime News: कुल्हाड़ी से गर्दन काट कर शख्स की बेरहमी से हत्या, गंगा किनारे शव मिलने से सनसनी Indian air strike defence: पहले ड्रोन हमले नाकाम किए, फिर पाकिस्तान को दी करारी जबाब! सेना ने दी जानकारी Bihar Crime News: फायरिंग के बाद बाल-बाल बचे राजद नेता, अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस Bihar crime: ऑर्केस्ट्रा डांसर पर हमला, आत्मरक्षा में चाकू से तीन युवकों पर किया वार Siddhivinayak temple : सिद्धिविनायक मंदिर में नारियल-प्रसाद बैन! आतंकी खतरे के बीच बड़ा फैसला
1st Bihar Published by: Updated Sat, 09 Jan 2021 09:55:58 AM IST
- फ़ोटो
BHOPAL: कोरोना वैक्सीन का ट्रायल डोज लेने वाले वॉलेंटियर की 9 दिनों के बाद मौत हो गई. मौत किस कारण हुई है वह अभी तक साफ नहीं हो पाया है. क्योंकि उसकी फाइन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना अभी बाकी की. मृतक जमालपुर के सूबेदार कॉलोनी में रहता था.
मौत के बारे में बताया जा रहा है कि भोपाल के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में 12 दिसंबर को ट्रायल टीका लगाया था. लेकिन 47 साल के वॉलेंटियर दीपक मरावी की 21 दिसंबर को मौत हो गई. 22 दिसंबर को उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया. प्रारंभिक रिपोर्ट में शव में जहर मिलने की पुष्टि हुई है. पुलिस विसरे का कैमिकल एनालिसिस कराएगी.
अचानक तबीयत हो गई थी खराब
मृतक के बेटे आकाश ने पुलिस को बताया है कि पिता दीपक मरावी को 19 दिसंबर को अचानक घबराहट, बैचेनी और उल्टियां होने लगी. लेकिन उन्होंने इसे सामान्य बीमारी समझकर इलाज नहीं कराया. आकाश के अनुसार डोज लगवाने के बाद से पिता ने मजदूरी पर जाना बंद कर दिया था, वे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे थे.
सूचना देने के बाद भी नहीं पहुंचे कर्मी
मृतक के बेटे आकाश ने गंभीर आरोप भी लगाया है. बताया कि वैक्सीन लेने के बाद सेहत का हाल जानने हॉस्पिटल से फोन आते रहे. जब उनकी मौत हुई तो हॉस्पिटल प्रबंधन से तीन बार कॉल आया, लेकिन कोई कर्मी घर पर नहीं आया. जब उसने कॉल कर जानकारी दी तो एग्जीक्यूटिव ने कॉल डिसकनेक्ट कर दिया. मरने के बाद दूसरे डोज के लिए कॉल आया. वही, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल दीक्षित ने कहा है कि वॉलेंटियर दीपक मरावी की मौत की जानकारी मिली है. उन्हें क्नीनिकल ट्रायल में वैक्सीन लगाया गाया था. पोस्टमार्टम का फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा.