Bihar Crime News: बिहार के सरकारी स्कूल में पुरस्कार वितरण के दौरान छात्रों के बीच चाकूबाजी, दो लड़के घायल Bihar Crime News: बिहार के सरकारी स्कूल में पुरस्कार वितरण के दौरान छात्रों के बीच चाकूबाजी, दो लड़के घायल Gaya News: गयाजी में ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा का हुआ आयोजन, दिखा देशभक्ति का अद्वितीय संगम Gaya News: गयाजी में ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा का हुआ आयोजन, दिखा देशभक्ति का अद्वितीय संगम Bihar Crime News: बिहार में सिपाही बहाली पेपर लीक का आरोपी अरेस्ट, मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का है करीबी; दो साल से था फरार Bihar Crime News: बिहार में सिपाही बहाली पेपर लीक का आरोपी अरेस्ट, मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का है करीबी; दो साल से था फरार Khan Sir: स्वतंत्रता दिवस समारोह के बीच पटना के इस थाने में क्यों पहुंच गए खान सर? होने लगी यह चर्चा Khan Sir: स्वतंत्रता दिवस समारोह के बीच पटना के इस थाने में क्यों पहुंच गए खान सर? होने लगी यह चर्चा Bihar Crime News: बिहार में लापता कोचिंग टीचर का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका Bihar Crime News: बिहार में लापता कोचिंग टीचर का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
1st Bihar Published by: Updated Sat, 09 Jan 2021 09:55:58 AM IST
- फ़ोटो
BHOPAL: कोरोना वैक्सीन का ट्रायल डोज लेने वाले वॉलेंटियर की 9 दिनों के बाद मौत हो गई. मौत किस कारण हुई है वह अभी तक साफ नहीं हो पाया है. क्योंकि उसकी फाइन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना अभी बाकी की. मृतक जमालपुर के सूबेदार कॉलोनी में रहता था.
मौत के बारे में बताया जा रहा है कि भोपाल के पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में 12 दिसंबर को ट्रायल टीका लगाया था. लेकिन 47 साल के वॉलेंटियर दीपक मरावी की 21 दिसंबर को मौत हो गई. 22 दिसंबर को उनके शव का पोस्टमार्टम कराया गया. प्रारंभिक रिपोर्ट में शव में जहर मिलने की पुष्टि हुई है. पुलिस विसरे का कैमिकल एनालिसिस कराएगी.
अचानक तबीयत हो गई थी खराब
मृतक के बेटे आकाश ने पुलिस को बताया है कि पिता दीपक मरावी को 19 दिसंबर को अचानक घबराहट, बैचेनी और उल्टियां होने लगी. लेकिन उन्होंने इसे सामान्य बीमारी समझकर इलाज नहीं कराया. आकाश के अनुसार डोज लगवाने के बाद से पिता ने मजदूरी पर जाना बंद कर दिया था, वे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कर रहे थे.
सूचना देने के बाद भी नहीं पहुंचे कर्मी
मृतक के बेटे आकाश ने गंभीर आरोप भी लगाया है. बताया कि वैक्सीन लेने के बाद सेहत का हाल जानने हॉस्पिटल से फोन आते रहे. जब उनकी मौत हुई तो हॉस्पिटल प्रबंधन से तीन बार कॉल आया, लेकिन कोई कर्मी घर पर नहीं आया. जब उसने कॉल कर जानकारी दी तो एग्जीक्यूटिव ने कॉल डिसकनेक्ट कर दिया. मरने के बाद दूसरे डोज के लिए कॉल आया. वही, पीपुल्स मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल दीक्षित ने कहा है कि वॉलेंटियर दीपक मरावी की मौत की जानकारी मिली है. उन्हें क्नीनिकल ट्रायल में वैक्सीन लगाया गाया था. पोस्टमार्टम का फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा.