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1st Bihar Published by: Updated Mon, 02 Mar 2020 07:22:43 AM IST
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PATNA : बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एक तरफ जहां सभी राजनीतिक दल अपने कार्यक्रमों में जुटे हुए हैं वहीं कांग्रेस अब तक बैठकों से आगे नहीं बढ़ सकी है। बिहार में कांग्रेसियों का हाल यही है कि वह जमीन पर उतरकर संघर्ष करने हैं की बजाए बैठकों में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं। बिहार कांग्रेस की बैठकों में हर दिन नई रणनीति बनती है लेकिन उसे जमीन पर कौन उतारेगा इसे लेकर पहल नहीं हो रही।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौर और अजय कपूर आज एक बार फिर पटना पहुंचेंगे। दोनों प्रभारी सचिव सदाकत आश्रम में कांग्रेस के पूर्व सांसदों, पूर्व विधायक और मोर्चों के संगठन अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में विधानसभा चुनावों और संगठन को लेकर समीक्षा की जाएगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बताया जा रहा है कि पटना के बाद अब प्रभारी सचिव अन्य जिलों में भी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करने वाले हैं। 3 और 4 मार्च को वीरेंद्र सिंह राठौर गया में पार्टी नेताओं के साथ बैठक करेंगे जबकि 5 और 6 मार्च को भोजपुर में। वहीं अजय कपूर वैशाली और मुजफ्फरपुर का दौरा करने वाले हैं।
बिहार में कांग्रेस के रवैए से यह बात साफ होती जा रही है कि विधानसभा चुनाव को लेकर वह खुद ताकत लगाने की बजाय आरजेडी के कंधे पर सवार होकर बेड़ा पार करना चाहती है। कांग्रेस के नेता अब तक जमीनी स्तर पर किसी कार्यक्रम की शुरुआत नहीं कर पाए हैं। पिछले दिनों पटना में विधानसभा मार्च के लिए पार्टी के नेता निकले भी तो वह युवा कांग्रेस की तरफ से एक कार्यक्रम था। ऐसे में पार्टी के परफॉर्मेंस को लेकर चिंता रखने वाले नेता प्रदेश नेतृत्व के रवैये पर अफसोस जताने की बजाय और कुछ नहीं कर पा रहे।