ब्रेकिंग न्यूज़

वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी

बिहार के बाद झारखंड में भी उठी जातिगत गणना की मांग, सुदेश महतो ने CM को लिखा पत्र

1st Bihar Published by: Updated Sun, 05 Jun 2022 01:35:36 PM IST

बिहार के बाद झारखंड में भी उठी जातिगत गणना की मांग, सुदेश महतो ने CM को लिखा पत्र

- फ़ोटो

RANCHI : सर्वदलीय बैठक के बाद बिहार में जातिगत गणना का प्रस्ताव कैबिनेट ने पास कर दिया है. अब जल्द ही इसकी तैयारी भी शुरू की जाएगी. वही बिहार के बाद झारखण्ड में भी जातिगत गणना की मांग शुरू हो गई है. अब आजसू अध्यक्ष सुदेश महतो ने इस संबंध में झारखण्ड के सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिख जातीय जनगणना कराने पर फैसला लेने का आग्रह किया है. 


सुदेश महतो पत्र में लिखा है कि केंद्र सरकार ने नीतिगत मामले के तौर पर फैसला लिया है कि अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के अलावा कोई जातीय जनगणना नहीं होगी. राज्य सरकार को केंद्र के इस फैसले के बाद अपने स्तर पर जातिगत गणना करें. इसको लेकर पहले भी पत्र लिखा गया है. लेकिन अब तक सरकार इस स्तर पर कोई संतोषजनक पहल होती नहीं दिखायी पड़ रही है. 


उन्होंने कहा कि हाल ही में बिहार में सरकार ने‌ सर्वदलीय बैठक कर सभी जाति और धर्म के लोगों की गिनती कराने की सहमति बनाई. वहां के राज्य सरकार इस पर होने वाले खर्च भी उठाएगी. जातीय जनगणना को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मुद्दे पर शुरू से ही इसकी जरूरत को गंभीरता से लिया और सर्वदलीय बैठक कर आपसी सहमति बनायी.