1st Bihar Published by: Updated Thu, 01 Jul 2021 02:52:36 PM IST
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PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुए पार्सल ब्लास्ट मामले में देश की प्रमुख जांच एजेंसी एनआईए को बड़ी कामयाबी मिली है. एनआईए ने इमरान मलिक और नासिर के कई ठिकानों पर छापेमारी की है. एनआईए की रेड में ब्लास्ट में यूज किया गया केमिकल का अंश बरामद किया गया है. इसके अलावा कई अन्य अहम सुराग और सबूत भी मिले हैं.
हैदराबाद में हुई छापेमारी के दौरान कुछ ऐसे भी संदिग्ध सामान मिले हैं, जिसका कनेक्शन दरंभाग ब्लास्ट से है. इमरान मलिक और नासिर के ठिकाने से उस केमिकल का अंश मिला है, जिसका इस्तेमाल दरभंगा पार्सल ब्लास्ट में हुआ था. हालांकि अभी एनआईए की ओर से कोई जानकारी साझा नहीं की गई है. सूत्रों की मानें तो केमिकल के अंश को जांच के लिए लैब में भेजा जायेगा. दरभंगा स्टेशन पर ब्लास्ट के बाद FSL की तरफ से जुटाए गए सबूत और उस 100ml की शीशे की बोतल से मिलान किया जाएगा, जिसमें केमिकल ब्लास्ट हुआ था. सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान में बैठे लश्कर के आतंकियों के निर्देश पर भारत के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी हमले के जरिये जान माल के ज्यादा से ज्यादा नुकसान की साजिश रची गई थी.
आपको बता दें कि एनआईए और एटीएस की टीम ने कैराना के रहने वाले दो सगे भाइयों को हैदराबाद से दबोचा है. दरभंगा ब्लास्ट मामले में अब बड़े राज खुल सकते हैं. दोनों आरोपी यूपी के कैराना के मोहल्ला कायस्थवाडा निवासी बताए गए हैं. दोनों आरोपी के पड़ोसी तौफीक ने बताया कि दोनों भाई पिछले कई सालों से हैदराबाद में रहकर कपड़े का कारोबार कर रहे थे. पकड़े गए दोनों आरोपियों का पिता मूसा खान रिटायर फौजी हैं. जो 1962 में भारत की ओर से चीन के खिलाफ हुए युद्ध की लड़ाई लड़ चुके हैं.
गौरतलब हो कि बीती 17 जून को बिहार के दरभंगा रेलवे स्टेशन पर सिकंदराबाद से आए कपड़े के बंडल वाले पार्सल में धमाका हुआ था. तभी से यूपी बिहार और तेलंगाना की एटीएस मामले की जांच कर रही थी. बाद में मामले को एनआईए को सौंप दिया गया था. बुधवार को एनआईए ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए दरभंगा रेलवे स्टेशन विस्फोट मामले में दो आतंकियो को गिरफ्तार करने की जानकारी दी थी.