ब्रेकिंग न्यूज़

काउंटिंग कराने वाले अधिकारियों को तेजस्वी ने दी चेतावनी, कहा..गड़बड़ी की तो मिलेगा करारा जवाब जमुई पुलिस कैंप में हादसा: पानी की टंकी गिरने से दो CRPF जवान घायल, अस्पताल में भर्ती पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह को मिली जमानत, आचार संहिता उल्लंघन मामले में बिक्रमगंज कोर्ट से मिली राहत साइबर थाने में केस दर्ज होने पर बोले सुनील सिंह, कहा..हमारी आवाज को कोई दबा नहीं सकता काउंटिंग से पहले तेजस्वी यादव ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद श्रेयसी सिंह को जान से मारने की मिली धमकी, साइबर DSP से भाजपा प्रत्याशी ने की शिकायत Bihar Election 2025: 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी बिहार चुनाव की मतगणना, 4372 काउंटिंग टेबलों पर 5 करोड़ वोटों की गिनती Bihar Election 2025: 14 नवंबर को सुबह 8 बजे से शुरू होगी बिहार चुनाव की मतगणना, 4372 काउंटिंग टेबलों पर 5 करोड़ वोटों की गिनती दिल्ली ब्लास्ट अलर्ट के बीच बाबा बागेश्वर की पदयात्रा में घुसा संदिग्ध युवक, फर्जी पुलिस आईडी के साथ गिरफ्तार जमुई में मतगणना की तैयारियाँ पूरी: डीएम-एसपी ने की संयुक्त ब्रीफिंग, सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम

कोरोना काल में चुनाव संभव नहीं, कई राजनीतिक दलों ने आयोग का दरवाजा खटखटाया

1st Bihar Published by: Updated Wed, 15 Jul 2020 03:42:17 PM IST

कोरोना काल में चुनाव संभव नहीं, कई राजनीतिक दलों ने आयोग का दरवाजा खटखटाया

- फ़ोटो

 PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण के दौरान विधानसभा चुनाव कराए जाने को लेकर राजनीतिक दलों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गया है. विधानसभा चुनाव कोरोना काल में न हो. इसके लिए कई राजनीतिक दलों ने एक साथ चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया है. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने साझा रूप से चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा है. जिसमें कई बिंदुओं की चर्चा है.

सभी दलों ने कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव कराए जाने को सही नहीं मानते हुए इन राजनीतिक दलों ने परंपरागत चुनाव के लिए संक्रमण खत्म होने तक का इंतजार करने की बात कही है. 

सभी दलों ने कहा कि सत्ताधारी दलों द्वारा प्रचार करने संबंधी जो प्रस्ताव दिए गए हैं. उससे ऐसा लगता है कि वर्चुअल रैली, प्राइवेट और सरकारी चैनलों, सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव प्रचार का भारी खर्चवाला कारपोरेट तरीका अपनाकर वास्तविक और पारंपरिक चुनाव पर प्रतिबंध लगाकर अन्य दलों का दूर रखना चाहते हैं. यह भारतीय प्रजातंत्र को समाप्त करने की दिशा में एक खतरनाक कदम है. 

चुनाव आयोग से सभी दलों ने कहा कि धनवान पार्टी पहले से ही वर्चुवल रैली में जुट गई है. जिसका खर्च खुद वहन कर रही है. ऐसे खर्च की कोई सीमा चुनाव आयोग की तरफ से निर्धारित नहीं है. चुनाव आयोग आचार संहिता से पहले उम्मीद्वारों की खर्च सीमा तो तय कर दिया जाए.