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1st Bihar Published by: Updated Fri, 27 May 2022 08:10:03 AM IST
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PATNA: बिहार के पांच बीएड ट्रेनिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी गई है। दरअसल एनसीटीई ने पहले ही इन्हे परफॉर्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) भरने को लेकर नोटिस दिया था, इसके बावजूद इन कॉलेजों ने रिपोर्ट नहीं भरता। अब एनसीटीई ने इन पांचों बीएड ट्रेनिंग कॉलेजों की मान्यता रद्द कर दी है, जिसमें दो सरकारी और तीन निजी बीएड कॉलेज के नाम हैं। जिन कॉलेजों की मान्यता रद्द की गई है, उनमें गवर्नमेंट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (सहरसा) और गवर्नमेंट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (छपरा) वहीं तीन अन्य प्राइवेट कॉलेजों में महात्मा बुद्ध टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज (सीतामढ़ी), केडी कॉलेज ऑफ एजुकेशन (बक्सर) और मर्यादा पुरुषोत्तम कॉलेज ऑफ एजुकेशन (बक्सर) शामिल हैं।
अगर देशभर की बात करें तो कुल 26 कॉलेजों की मान्यता रद्द की गयी है। इसमें असम, पश्चिम बंगाल और झारखंड के दर्जनों कॉलेज हैं। दरअसल एनसीटीई ने पहले ही तय कर लिया था कि जिन कॉलेजों ने अप्रेजल रिपोर्ट नहीं भरा है, उसे संयुक्त बीएड परीक्षा में शामिल नहीं होने देंगे।
एनसीटीई के विजिटिंग टीम के सदस्य और पटना यूनिवर्सिटी के सीनेट सदस्य डॉ. कुमार संजीव और पटना विवि के डॉ सत्येंद्र यादव ने कहा है कि परफॉर्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) भरने में सबसे बड़ी परेशानी बीएड कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों की कमी रही थी। प्राइवेट कॉलेजों को जल्द ही प्रिंसिपल की बहाली कर लेनी चाहिए।हालांकि प्राइवेट कॉलेजों की मानें तो विश्वविद्यालयों के तरफ से गठित सलेक्शन कमेटी के माध्यम से ही प्रिंसिपल को बहाल किया जाता है।