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1st Bihar Published by: Updated Tue, 31 Aug 2021 11:04:26 AM IST
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PATNA : बीजेपी के पूर्व विधायक और बिहार के बेगूसराय क्षेत्र के कद्दावर नेता के बेटे को पटना पुलिस ने चोरी करते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. बेगूसराय के बखरी विधान सभा सीट से एक नहीं दो-दो बार विधायक रहे और भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य के रूप में काम कर चुके इस कद्दावर नेता के बेटे को पटना में चोरी करते पकड़ा गया है.
पटना पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के पाटलिपुत्र इलाके में दो चोरों को पकड़ा गया है, जिसमें एक बीजेपी के पूर्व विधायक बेटा है. पुलिस ने बताया कि बेगूसराय के बखरी सीट से बीजेपी के विधायक रहे रामानंद राम का बेटा राकेश राज चोरी करते हुए गिरफ्तार हुआ है. इसके साथ पुलिस ने शास्त्रीनगर के रहने वाले निखिल कुमार को भी दबोचा है, जो इसके साथ मिलकर चोरी की वारदात को पटना में अंजाम देता था.
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पटना के पाटलिपुत्र थानेदार एसके शाही ने बताया कि दोनों से पूछताछ की जा रही है. निखिल सीतामढ़ी के रहने वाले शंकर ठाकुर का बेटा है. वह बेंगलुरु में इंजीनियरिंग का छात्र है. लॉकडाउन के बाद से वह पटना में ही है. यहां परिवार के साथ शास्त्रीनगर में रहता है. दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस ने बताया कि वे मौज मस्ती के लिए मोबाइल झपटमारी करते हैं. पुलिस ने दोनों की बाइक भी जब्त कर ली है. बाइक चोरी की है या नहीं इसकी जांच की जा रही है.
पूर्व विधायक रामानंद राम, बीजेपी
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच निखिल बेंगलुरू से पटना आ गया था और शास्त्रीनगर में एक किराए के मकान में रह रहा था. यहीं पर पूर्व विधायक राममंद राम के बेटे से उसकी दोस्ती हुई थी. दोनों साथ मिलकर चेन, मोबाइल और कीमती सामान लूटते थे. लूटी गई चेन, मोबाइल और कीमती सामान को बेचकर मिले रुपयों से वह ब्रांडेड कपड़े और महंगे जूते पहनते थे. बड़े होटलों में ठहरना और खाना पीना कर दोनों मौज-मस्ती भी किया करते थे. पटना में उनके द्वारा पाटलिपुत्र, शास्त्रीनगर, एसकेपुरी और राजीवनगर में चेन लूट की कई वारदातों को अंजाम दिया गया था लेकिन ये दोनों पहली बार पकड़े गए.

गौरतलब हो कि बखरी विधान सभा के पूर्व विधायक और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रहे रामानंद राम का अपने इलाके में काफी दबदबा है. लेकिन पिछले चुनाव में बीजेपी ने इन्हें टिकट नहीं दिया था. इस सुरक्षित सीट से भाजपा ने रामानंद का टिकट काटकर रामशंकर पासवान को दे दिया था लेकिन रामशंकर सीपीआई के उम्मीदवार सूर्यकांत पासवान से बहुत कम अंतर से हार गए. रामशंकर पासवान को कुल 71400 वोट मिले जबकि सूर्यकांत पासवान 72177 वोट हासिल कर महज 777 वोटों के अंतर से जीत गए.

चुनाव के समय में यह जानकारी निकल कर सामने आई थी कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने बखरी के पूर्व विधायक रामानंद राम को टिकट देने से इनकार कर दिया था. पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद रामानंद राम बीजेपी के खिलाफ चल गए और इन्होंने मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव की पार्टी जान अधिकार पार्टी का दामन थाम लिया. पप्पू यादव ने खुद इनके अपनी पार्टी की सदस्यता पटना में दिलाई थी.

गौरतलब हो कि रामानंद राम बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी से भी विधायक रह चुके हैं. जब ये राजद के विधायक थे तब साल 2010 में आरजेडी ने इन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया था. तब रामानंद ने पलटी मारते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया और फिर से जीत गए. लेकिन अगले टर्म में साल 2015 के चुनाव में रामानंद राम आरजेडी के उम्मीदवार उपेन्द्र पासवान से चुनाव हार गए.