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1st Bihar Published by: Updated Fri, 22 Nov 2019 03:59:28 PM IST
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PATNA : बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा का मानना है कि सूबे में युवा ज्यादा शिक्षित हो गये हैं तभी इंजीनियरिंग, MBA और MCA की डिग्री वाले चपरासी, माली और गेटकीपर पद की नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं. मंत्री ये मानने को तैयार नहीं है कि बेरोजगारी हद से ज्यादा बढ गयी है. दरअसल बिहार विधान परिषद में ग्रुप डी के पदों के लिए लाखों उच्च डिग्री वाले लोगों ने आवेदन दिया है. शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा उसी मसले पर अपनी राय दे रहे थे.
मंत्री का शर्मनाक बयान
दरअसल बिहार विधान परिषद ने ग्रुप डी यानि चपरासी, गेटकीपर और माली जैसे पदों के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है. कुल पद 166 हैं और आवेदन देने वालों की तादाद 5 लाख से ज्यादा हो गयी है. आवेदन करने वालों में हजारों लोग ऐसे हैं जिनके पास इंजीनियरिंग, एमबीए और एमसीए जैसी उच्च डिग्री है. लेकिन वे भी चपरासी, माली और गेटकीपर बनने के लिए परेशान हैं. मीडिया ने आज बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा को इस मसले पर घेरा. मंत्री जी बोले “ दरअसल शिक्षा का जो लेवल पहले था बिहार में उसमें काफी ऊंचाई आयी है. अब हर वर्ग के लोग शिक्षा ले रहे हैं. शिक्षा का माहौल बिहार में बेहतर होता जा रहा है. जहां तक नौकरी का सवाल है तो लोग ज्यादा शिक्षित हो गये हैं. ऐसे में ये असंतुलन रहेगा ही.“
सच को नकारने में लगे शिक्षा मंत्री
बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा सच को झूठ साबित करने में लगे हैं. दरअसल, नीतीश सरकार सूबे में रोजगार पैदा करने में पूरी तरह फेल रही है. बिहार में औद्योगिकरण की रफ्तार देश में सबसे कम है. रोजगार के दूसरे मौके भी कम होते जा रहे हैं. लिहाजा बेरोजगारों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है.