Bihar News: बिहार में निगरानी का तगड़ा एक्शन, रिश्वत लेते एक दिन में दबोचे गए 5 घूसखोर Bihar Train News: खत्म होगा कंफर्म टिकट मिलने का झंझट, बिहार के इन 8 स्टेशनों से चलेगी अमृत भारत एक्सप्रेस VIRAL VIDEO : ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में हंगामा, कांग्रेस नेता के कार्यक्रम में अभद्र नारेबाजी; सोशल मीडिया पर बवाल BIHAR NEWS : मुंगेर हादसा: रील्स बनाते समय बस से टकराई बाइक, दो किशोरों की मौत, एक गंभीर घायल World Record T20: खतरे में क्रिस गेल का विश्व रिकॉर्ड, सबसे ज्यादा रनों के मामले में यह दिग्गज बनेगा नंबर 1 ROHTAS BIRTHDAY PARTY : RJD विधायक के घर बर्थडे पार्टी में महिला की मौत. परिवार बोला - MLA ने पूछा तक नहीं Bihar PDS shops : बिहार सरकार का बड़ा फैसला: PDS दुकानदारों का कमीशन 47 रुपए बढ़ा, अब जारी हुआ यह आदेश pm narendra modi : बिहार के सबसे बड़े बिजली घर बनने का रास्ता साफ, इस दिन PM मोदी करेंगे शिलान्यास Bihar News: बिहार में बिजली स्टोरेज को लेकर नई क्रांति, 15 ग्रिड सब-स्टेशनों में शुरू हुआ काम Bihar News: छात्रा की मौत के बाद पटना पुलिस पर पत्थराव, सब-इंस्पेक्टर घायल; सड़क जाम
1st Bihar Published by: Updated Sun, 04 Dec 2022 08:11:01 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : राज्य में स्वास्थय विभाग एक नयी पहल करने जा रही है। अब राज्य के किसी भी सिविल सर्जन की आयु 50 वर्ष से अधिक नहीं होगी। दरअसल, यह पहल राज्य के अंदर बेहतर स्वास्थय सुविधाओं को ध्यान में रहने के लिए किया जा रहा है। मालूम हो कि. फिलहाल राज्य के अंदर अधिकतर सिविल सर्जन की आयु 50 वर्ष से अधिक है, इसको लेकर इनकी कार्यशैली को लेकर हर बार सवाल उठते रहते हैं। इसी को लेकर यह योजना बनाई जा रही है।
दरअसल, स्वास्थय विभाग का मानना है कि, सिविल सर्जन फील्ड के लिए सबसे सक्षम व वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी होते हैं। ऐसे में उनका फीट होना बेहद जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए विभाग इस प्रस्ताव पर काम कर रहा है कि क्यों न सिविल सर्जन की अधिकतम उम्र सीमा 50 वर्ष कर दी जाए। इससे अधिक उम्र वाले चिकित्सकों को सिविल सर्जन की जिम्मेवारी नहीं दी जाए। सूत्रों के अनुसार इस प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा चुका है। अब बस इसे जल्द से जल्द लागु करने की तैयारी है।
वहीं, दूसरी तरफ पिछले दिनों बिना उचित वजह के प्रखंड व जिलों के अस्पतालों द्वारा मरीजों को रेफर करने वाले चिकित्सकों पर भी कार्रवाई करने की योजना बन रही है। इसको लेकर स्वास्थय विभाग ने डॉक्टरों की इस कार्यशैली में सुधार को लेकर रेफरल पॉलिसी बनाने का निर्णय लिया है। इसको लेकर ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है, इस बार के कैबिनेट बैठक में इसे मंत्री परिषद् के समक्ष रखा जाएगा।
गौरतलब हो कि, बिहार के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग के मंत्री तेजस्वी यादव राज्य के अंदर बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं को जल्द से जल्द सुधारने को लेकर तत्पर दिख रहे हैं ,. इसको लेकर वो खुद भी कई बार देर रात अस्पतालों का निरिक्षण पर निकल जाते हैं और गलती मिलने पर फटकार भी लगते हुए दिखते हैं। इसके साथ ही वो खुद मिशन- 60 वहलकर राज्य के सदर अस्पतालों में सुविधा बढ़ाने पर काम कर रहे हैं।