Bihar News: 470 करोड़ खर्च यहाँ बनाया जाएगा रेलवे का विशेष पुल, अब ट्रेन के ऊपर से फर्राटे मारेगी दूसरी ट्रेन Crime News: शिक्षिकाओं की पिटाई से मासूम की मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ बर्बरता का खुलासा Shocking love story: 60 साल का वकील डॉक्टर की पत्नी को लेकर हुआ फरार , बोला- बचपन का प्यार है! India Pakistan: खौफ में जी रही पाकिस्तानी सेना, आर्मी हेडक्वार्टर को अब रावलपिंडी से हटाने की तैयारी 1st Bihar का फिर बजा डंका...ठेकेदार से मिलकर करोड़ों के भ्रष्टाचार में RCD के 'अधीक्षण-कार्यपालक अभियंता' सस्पेंड, हमने 25 दिसंबर को ही बड़े खेल का किया था खुलासा Bihar News: लापरवाही या मनमानी? करोड़ों की लागत से बनी सदर अस्पताल बिल्डिंग हो रही बर्बाद, विभाग बिल्कुल मौन Patna Pink Bus: महिलाओं के लिए पटना में शुरू हुई VIP बस सेवा! इतना सस्ता किराया कि यकीन नहीं होगा! Bihar Jharkhand Trains Cancelled: बिहार-झारखंड रुट की ये ट्रेनें 12 दिनों तक बंद, जानें वजह... BN College bomb blast case: पटना बीएन कॉलेज बमकांड का मुख्य आरोपी दीपक गिरफ्तार, जहानाबाद के दो अन्य छात्र भी हिरासत में Road Accident: सड़क दुर्घटना में बाइक सवार 3 युवकों की मौत, गाड़ी के उड़े परखच्चे
1st Bihar Published by: Updated Sun, 14 Nov 2021 10:40:50 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में अब स्कॉलरशिप घोटाले का एक बड़ा मामला सामने आया है. केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंतर्गत छात्र कल्याण योजना से संबंधित मेरिट कॉम मींस छात्रवृति योजना में बिहार के 376 छात्रों के नाम इस घपलेबाजी में सामने आये हैं. सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात ये है कि इन 376 में भी केवल दरभंगा जिले से 137 छात्र शामिल हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, इन छात्राें ने हैदराबाद के ब्रिलिएंट ग्रामर स्कूल एजुकेशनल सोसायटी के तीन संस्थानाें ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, ब्रिलिएंट इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नाेलाॅजी और रंगा रेड्डी नारायण रेड्डी काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग रिसर्च में एडमिशन लिए बिना ही प्रति छात्र 30-30 हजार रुपए की स्कॉलरशिप की राशि ले ली.
दरभंगा से संबंधित छात्राें के मामलाें काे लेकर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक निदेशक माे. रिजवान अहमद के आवेदन पर लहेरियासराय थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. स्कॉलरशिप की राशि में घोटाला की पुष्टि जिलाधिकारी डाॅ. त्यागराजन एसएम ने भी की है.
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक निदेशक माे. रिजवान अहमद ने बताया कि यह मामला 2019 से जुड़ा है. स्कॉलरशिप याेजना के तहत बिहार के 376 अल्पसंख्यक छात्राें ने छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था. इन छात्राें ने नेशनल स्कॉलरशिप पाेर्टल से ऑनलाइन आवेदन में इन इंस्टीट्यूट में एडमिशन का जिक्र किया था.
इसके लिए पटना स्थित ऑफिस ने प्रारंभिक जांच के बाद प्रति छात्र 30-30 हजार रुपए छात्राें के खाते में डाल दिए थे. पैसे पहुंचने के बाद स्टेट नोडल ऑफिसर के संज्ञान में यह बात आई कि हैदराबाद के एक ही संस्थान के तीन इंस्टीट्यूट में इतनी संख्या में छात्र एडमिशन कैसे ले सकते हैं. जब इन कॉलेजों से इन छात्राें की डिटेल मांगी गई ताे पूरा मामला सामने आ गया.
मामला गंभीर हाेने पर स्टेट नोडल ऑफिसर ने जिलास्तर पर जांच का आदेश सभी जिलाें के डीएम काे दिया. दरभंगा के डीएम डाॅ. त्यागराजन एसएम ने इसकी जांच के लिए दाे सदस्यीय टीम बनाई. जांच के दाैरान दरभंगा के 137 छात्रों काे कागजात के साथ अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक निदेशक के कार्यालय बुलाया गया, जिसमें कवक 14 छात्र ही उपस्थित हुए. इन छात्राें ने कहा कि इसमें उनकी गलती नहीं है. साइबर कैफे वालाें ने ऐसा किया है.
माे. रिजवान ने बताया कि FIR के बाद इन छात्राें काे दस दिनाें के अंदर स्कॉलरशिप की राशि जमा करने का नाेटिस दिया जाएगा, जाे छात्र राशि जमा नहीं करेंगे, उन पर सर्टिफिकेट केस दायर होगा. वहीं, लहेरियासराय के इंस्पेक्टर इंजार्च हरिनारायण सिंह ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है.