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1st Bihar Published by: Updated Tue, 24 May 2022 11:40:33 AM IST
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BIHAR: बिहार में अपराध का ग्राफ तेज़ी से बढ़ रहा है। इनमें सबसे अधिक मामले हत्या के हैं। वहीं अन्य घटनाओं में पहले के मुताबिक़ कमी दर्ज की गई है, जिसमें डकैती, लूट, दुष्कर्म और अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार जैसे मामले शामिल है। पुलिस मुख्यालय ने साल 2021 के जनवरी से मार्च के बीच जो आंकड़ा जारी किया था, उसमें बिहार में 640 हत्याएं दर्ज की गई थीं, जबकि इस साल इन मामलों में 39 का इज़ाफ़ा हुआ है। 2022 के जनवरी से मार्च तक कुल 679 हत्या के मामले रिकॉर्ड किए गए हैं।
पुलिस मुख्यालय की ने जो रिपोर्ट जारी किया है, उसके मुताबिक़ पिछली तिमाही के मुकाबले इस साल डकैती में 4.2 प्रतिशत, लूट में 8.1 प्रतिशत, दुष्कर्म में 11.2 प्रतिशत जबकि एससी-एसटी अत्याचार के मामलों में 10.5 प्रतिशत की कमी आई है। साल 2021 में 72 डकैती की तुलना में इस साल 69, 665 लूट की तुलना में इस साल 631, 357 रेप की तुलना में 317, जबकि 1,548 एससी-एसटी अपराध की तुलना में 1,385 घटनाएं रिकॉर्ड की गई है।
पुलिस मुख्यालय की मानें तो आपरेशन प्रहार का बिहार में काफी फायदा देखने को मिला है। अगर हत्या को छोड़ दिया जाए तो बाकी अपराधों में कमी आई है। आपको बता दें कि राज्य में गंभीर अपराध करने वाले वांछित अपराधियों को पकड़ने के लिए आपरेशन प्रहार के तहत वज्र टीम का गठन किया गया है। अभी बिहार में 20 वज्र कंपनी और 47 प्लाटून बनाए गए हैं। आपरेशन प्रहार के तहत बिहार में अब तक 21 हजार 138 वांछित अपराधियों को पकड़ा जा चूका है।