Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार
1st Bihar Published by: SONU Updated Mon, 19 Jun 2023 02:20:11 PM IST
- फ़ोटो
NAWADA: एक तरफ सरकार बिहार में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का दावा करती है लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आती है। आए दिन नए-नए एम्बुलेंस का अस्पताल को मुहैया करायी जाती है। हरी झंडी दिखाकर एम्बुलेंस को अस्पताल की ओर रवाना किया जाता है। लेकिन हाल यह है कि समय पर एक एम्बुलेंस और स्ट्रेचर तक मरीज को नसीब नहीं हो पाता है। इसका एक उदाहरण बिहार के नवादा जिले में देखने को मिली है। जहां लू लगने से एक बुजुर्ग महिला बुखार से पीड़ित हो गयी। बुजुर्ग मां की तबीयत बिगड़ने के बाद एक युवक ने टॉल फ्री नंबर पर कॉल किया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला।
एम्बुलेंस के इंतजार में उसने घंटो समय गुजारा लेकिन जब एम्बुलेंस नहीं पहुंचा तो वह खुद ठेले पर बुजुर्ग मां को लिटाकर अस्पताल पहुंचा। समस्या यही खत्म नहीं हुई अस्पताल पहुंचने के बाद उन्हें ना तो स्ट्रेचर मिला और ना ही कोई डॉक्टर ही मिले। काफी देर तक मरीज को लेकर परिजन परेशान रहा। तभी कुछ देर बाद बुजुर्ग महिला का इलाज शुरु हुआ। महिला की हालत गंभीर थी जिसे देखते हुए चिकित्सक ने उन्हें पावापुरी के वीम्स में रेफर कर दिया। जिसके बाद प्राइवेट गाड़ी से परिजन उन्हें पावापुरी ले गये।
सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद मरीज को एक एम्बुलेंस तक नसीब नहीं होता जबकि खुद स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का दावा करते हैं। बिहार में लू और भीषण गर्मी से लोग मर रहे हैं। कई लोगों की मौतें अब तक हो चुकी है। लेकिन इन्हें देखने वाला कोई नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव विपक्षी दलों की बैठक की तैयारी में लगे हैं। बड़ी संख्या में मरीज अस्पतालों में भर्ती हो रहे है। उन्हें बेड, स्ट्रेचर, एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हो रहा है। मरीजों का इलाज फर्श पर किया जा रहा है। लोग पूछ रहे हैं कि स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने का दावा करने वाले तेजस्वी यादव कहां हैं?
नवादा की यह तस्वीर उनके इस दावे की पोल खोलने का काम कर रहा है। जहां कलाली रोड निवासी 85 वर्षीय वृद्ध महिला सिरोमनी देवी की तबीयत बिगड़ने के बाद एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हुआ। थक हारकर उनके बेटे श्रवण ने पड़ोसियों की मदद से मां को ठेले पर लिटाया और घर से अस्पताल की दूरी करीब दो किलोमीटर तय कर नवादा सदर अस्पताल पहुंचे थे तब वहां भी उन्हें स्ट्रेचर तक नहीं मिला। जिसके बाद गोद में उठाकर मरीज को बेड पर ले गये लेकिन मौके पर डॉक्टर भी मौजूद नहीं थे। काफी इंतजार के बाद डॉक्टर आए और मरीज की गंभीर हालत बता पावापुरी रेफर कर दिया।