Bihar News: BJP विधायक की पत्नी ऐश्वर्या राज ने जीता मिसेज बिहार 2025 का खिलाब, बाहुबली सुनील पांडेय की हैं बहू Bihar News: BJP विधायक की पत्नी ऐश्वर्या राज ने जीता मिसेज बिहार 2025 का खिलाब, बाहुबली सुनील पांडेय की हैं बहू Bihar News: बिहार की इन पांच नदियों का होगा अध्ययन, रिपोर्ट के आधार पर होगी बालू की निकासी, जानें.... Bihar News: इन 3 जिलों से मुजफ्फरपुर की यात्रा होगी और शानदार, 4 लेन सड़क बनेगी अब 6 लेन Bihar News: बिहार में तो हद हो गई, टूट गई थी महिला की हाथ की हड्डी; डॉक्टर ने पैर में चढ़ा दिया प्लास्टर Bihar News: बिहार में तो हद हो गई, टूट गई थी महिला की हाथ की हड्डी; डॉक्टर ने पैर में चढ़ा दिया प्लास्टर Bihar Crime News: प्रेस की आड़ में शराब तस्करी का भंडाफोड़, 2 धराए Bihar News: बिहार के इस जिले में लापरवाह कर्मियों पर गिरी गाज, डीएम के औचक निरीक्षण में कई धराए Bihar News: छठ-दिवाली पर घर आना होगा मुश्किल, अभी से आसमान छू रहे हवाई जहाज के किराए Bihar Crime News: पत्नी और साली ने इतना किया प्रताड़ित, परेशान युवक ने उठा लिया बड़ा कदम
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 29 Aug 2024 03:18:22 PM IST
- फ़ोटो
MUNGER: मुंगेर के तारापुर अनुमंडलीय अस्पताल में एक अजूबा बच्चे ने जन्म लिया है। जो देखने में एलियन की तरह लगता था। जैसे ही इस बात की खबर परिजनों को लगी। इस अनोखे बच्चे को देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गयी। डॉक्टर्स ने बताया कि 50 हजार में से एक इस तरह का बच्चा जन्म लेता है। जिसका बच पाना बेहद मुश्किल होता है। ऐसे बच्चे को कोलोडियन बेबी भी कहा जाता है।
जो देखने में बिलकुल ही किसी एलियन की तरह लगता है। नवजात शिशु को देख डॉक्टर और नर्स भी दंग रह गये। फिर परिजनों को इस बात की जानकारी दी गयी। जिसके बाद परिजनों ने बच्चे को देखा तो हैरान रह गये। यह बात ऐसी फैली की लोग बच्चे की एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे। एलियन के समान दिखने वाले बच्चे को देख लोग भी आश्चयचकित रह गए। बताया जाता है कि तारापुर के धोबाई गांव निवासी मधु कुमारी को उसका पति राजू कुमार ने प्रसव के लिए तारापुर अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया था।
जहां आज मधु ने एक बच्चे को जन्म दिया जो एक एलियन की तरह दिख रहा था। जो पूरे अस्पताल में चर्चा का विषय बना हुआ था। हर कोई उस बच्चे को देख हैरान था। मुंगेर के चर्चित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय ने बताया की इस तरह के बच्चे जेनेटिक डिजीज का शिकार होते है वो 50 हजार से लेकर एक लाख में एक पैदा होते हैं। इस बच्चे को कोलोडियन बेबी भी कहा जाता है। जिसके जीवित रहने का चांस बहुत कम होता है। इन बच्चों के त्वचा का ऊपरी साथ निचले सतह के साथ नहीं लगा रहता है। जिस कारण इसे बच्चों में काफी कंपीकेशन बना रहता है। अगर बीमारी थोड़ा कम है तो अच्छे से इलाज के बाद ठीक होता है पर अगर बीमारी बड़ी है तो ऐसे में बच्चे नहीं बच पाते हैं।