1st Bihar Published by: Updated Wed, 17 Nov 2021 05:39:16 PM IST
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PATNA: बिहार में पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान कई जिलों में हंगामा और लाठीचार्ज की खबरें सामने आई है। गोपालगंज, समस्तीपुर, दरभंगा और छपरा में आज काउंटिंग के दौरान जमकर हंगामा हुआ। कई जगहों पर तो लोग उग्र हो गये जिसे खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ गया।
गोपालगंज के थावे डाइट सेंटर पर मतगणना के दौरान जमकर हंगामा हुआ। पुलिस ने नवनिर्वाचित मुखिया समर्थकों पर लाठीचार्ज किया। कुचायकोट के सलेहपुर पंचायत के मुखिया समर्थकों ने पुलिस के साथ हाथापाई की। उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
समस्तीपुर के मोरदिवा काउंटिग सेंटर के बाहर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। दरअसल प्रत्याशी और काउंटिंग एजेंट जबदस्ती अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे, पुलिस के मना करने के बाद भी वो नहीं माने तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
छपरा के इंजीनियरिंग कॉलेज मतगणना केंद्र के बाहर कुव्यवस्था को लेकर खूब हंगामा हुआ। मतगणना केंद्र के बाहर हंगामा कर रहे स्थानीय लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। वही दरभंगा के पिंडारूच पंचायत में तीसरे नंबर के प्रत्याशी को रिकाउंटिंग के बाद विजेता घोषित करने के बाद गांव के लोगों ने जमकर हंगामा किया।
दरभंगा के पिंडारुच पंचायत के गोपालपुर गांव में पंचायत चुनाव के परिणाम आने के बाद लोगों ने जमकर बवाल काटा। ग्रामीणों ने मुख्य सड़क पर आगजनी कर जमकर हंगामा मचाया और डीएम के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान मुख्य सड़क पर टायर जलाकर जाम कर दिया जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया।
दरभंगा में आक्रोशित लोगों के साथ महिलाएं भी मौजूद थीं। आक्रोशित लोगों ने चुनाव परिणाम में धांधली का आरोप जिला प्रशासन पर लगाया। लोगों का कहना था कि तीसरे नंबर के प्रत्याशी को रिकाउंटिंग कर विजेता घोषित कर दिया गया है। इसी बात को लेकर वे हंगामा कर रहे हैं और जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक रोड को जाम करेंगे। जो समाज की सेवा करे हमें वैसा मुखिया चाहिए।
वही मुजफ्फरपुर में भी मतगणना केंद्र पर जमकर बवाल हुआ। अहियापुर बाजार समिति में बने काउंटिंग सेंटर पर इस दौरान प्रत्याशी समर्थकों ने जमकर हंगामा मचाया। लोग इस दौरान पथराव करने लगे जिसमें कई पुलिस कर्मी चोटिल हो गये। वही भीड़ ने पुलिस वैन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। लोगों को शांत कराने के लिए पुलिस ने काफी कोशिश की लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे जिसके बाद उग्र भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ गयी।