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बिहार में मौजूद हैं अमेरिका, अक्रीका और जापान, नहीं रहे रूस और जर्मनी, जानिए क्या है पूरा माजरा

1st Bihar Published by: Updated Sun, 13 Mar 2022 04:34:09 PM IST

बिहार में मौजूद हैं अमेरिका, अक्रीका और जापान, नहीं रहे रूस और जर्मनी, जानिए क्या है पूरा माजरा

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BAGAHA : बिहार का एक गांव इन दिनों सुर्खियों में आ गया है। इस गांव में विश्व की पांच महाशक्तियों के नाम की चर्चा हर दिन होती है। वजह है, इस गांव में रहनेवाला एक परिवार। इस गांव के पांच भाई रूस, जर्मनी, अमेरिका, अफ्रीका और जापान के नाम से जाने जाते हैं। सभी पांचों भाई अपने अनोखे नाम से पूरे इलाके में मशहूर हैं, हालांकि पांच भाइयों में से रूस और जर्मनी का निधन हो चुका है। पांचों भाई बगहा के सिसवा बसंतपुर पंचायत स्थित जामदार टोला के रहने वाले हैं। इनके अनोखे नाम के पीछे एक मजेदार कहानी है।


पांच भाइयों में सबसे छोटे जापान शर्मा बताते हैं कि इनके एक चाचा अकलू शर्मा साल 1950 में भारतीय सेना का हिस्सा बने। उस समय भारत की फौज में विश्व के बड़े देशों की खूब चर्चा होती थी। छुट्टियों में अकलू जब घर आते तब लोगों को इन देशों की उनकी कहानियां सुनाते।साल 1950 में ही अकलू शर्मा के चचेरे भाई चंनर शर्मा के सबसे बड़े बेटे का जन्म हुआ। अकलू शर्मा ने भतीजे का अमेरिका रख दिया।


इसके बाद जन्म लेने वाले सभी भाइयों का नाम बड़े देशों के नाम पर रखा जाने लगा। अमेरिका के बाद अफ्रीका, जर्मनी, रूस और जापान का जन्म हुआ। 10 वर्ष पहले रूस की मौत हो गई वहीं जर्मनी की भी मौत पांच वर्ष पहले हुई। जैसे-जैसे पांचों भाई बड़े होते गए, उन्हें अपने नाम के कारण परेशानी भी झेलनी पड़ी। गांव के लोग उनके नाम को लेकर मजाक उड़ाते थे। 


ग्रामीण बताते हैं कि 35 साल पहले गांव में धुरन मिस्त्री नाम का एक व्यक्ति रहता था। जिससे किसी बात को लेकर पांचों भाइयों का झगड़ा हो गया था। मामला इतना बढ़ गया कि बात थाने तक पहुंच गई। धुरन मिस्त्री पांचों भाई के खिलाफ आवेदन लेकर थाने पहुंच गया। थानेदार ने जब आवेदन पर अमेरिका, अफ्रीका, जर्मनी, रूस और जापान का लिखा देखा तो धुरन मिस्त्री को पागल समझकर थाने से भगा दिया।


ग्रामीणों की मानें तो पांचों भाई गांव में मिल जुलकर रहते थे, इनके बीच लड़ाई होता गांव में आजतक किसी ने नहीं देखा। दो भाई की मौत के बाद तीन भाई हमेशा एक साथ दिखते हैं। कहीं से लोग इस गांव में पहुंचते हैं तो अमेरिका, अफ्रीका और जापान से मिलना नहीं भूलते। अनोखे नाम के कारण आसपास के इलाकों में इनकी चर्चाएं होती रहती हैं।