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1st Bihar Published by: Updated Tue, 04 Jan 2022 09:26:31 AM IST
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PATNA : कोरोना की तीसरी लहर सक्रिय होने के बाद बिहार में हालात तेजी के साथ बेकाबू होते जा रहे हैं. राजधानी पटना समेत बिहार के अलग-अलग जिलों में कोरोना के मरीजों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में अब सरकार इससे निपटने के लिए नई पाबंदियों की तरफ आगे बढ़ सकती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद हालात को लेकर चिंता जाहिर कर चुके हैं. और आज देर शाम इस मामले पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक होगी. इस बैठक में बिहार में नई पाबंदियों को लेकर फैसला होगा.
क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की औरंगाबाद यात्रा के बाद होने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री आज औरंगाबाद में समाज सुधार अभियान के तहत कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं. हालांकि यहां जनसभा नहीं रखी गई है. मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम में सोमवार को 6 फरियादियों के पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया था और उसके बाद सीएम नीतीश ने खुद इस बात की जानकारी दी थी कि आज यानी मंगलवार को हाई लेवल मीटिंग की जाएगी और हालात की समीक्षा होगी.
पड़ोसी राज्य झारखंड में भी नई बंदी से लागू की गई हैं. ऐसे में अब बिहार के अंदर किस तरह की पाबंदियां लगाई जाती है. यह देखना दिलचस्प होगा. हालांकि राज्य सरकार में सभी जिलों के डीएम से जो फीडबैक लिया है. उसके मुताबिक हर जिले में डीएम शक्ति बढ़ाने के पक्ष में है. सरकारी और निजी कार्यालयों को लिमिटेड अटेंडेंस के साथ चलाने के साथ-साथ नाइट कर्फ्यू की उपयोगिता भी जताई गई है. स्कूल कॉलेज को बंद करने के साथ-साथ कोचिंग पर पाबंदी लगाने की भी सिफारिश हो सकती हैं. सभी तरह की राजनीतिक सामाजिक धार्मिक आयोजनों पर भी रोक लगाने का फैसला हो सकता है इसके साथ ही सरकार यह भी फैसला कर सकती है कि अगर एक मोहल्ले में 10 से अधिक मकानों में पॉजिटिव केस आए तो वहां कंटेनमेंट जोन तुरंत बनाया जाए. रात 8:00 बजे के बाद दुकानों और बाजार को बंद करने पर भी सहमति बन सकती है. हालांकि इस पर अंतिम रूप से फैसला क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक के बाद ही लिया जाएगा.