PATNA : बिहार में कोरोना काल के अंदर क्या विधानसभा के चुनाव कराए जाएंगे इसको लेकर जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी। चुनाव आयोग ने 26 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में सभी मान्यता प्राप्त दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। राज्य निर्वाचन कार्यालय में आयोजित होने वाली बैठक में आयोग राजनीतिक दलों से कोरोना काल के बीच चुनाव कराए जाने को लेकर फीडबैक लेगा। राज्य के उप निर्वाचन पदाधिकारी बैजनाथ कुमार सिंह ने कहा है कि सभी राजनीतिक दलों से चर्चा के आधार पर ही बिहार में चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। आयोग ने इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी दलों को सूचना दे दी है।
बिहार में इसी साल अक्टूबर और नवंबर महीने में विधानसभा के चुनाव कराए जाने हैं लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनाव एक बड़ी चुनौती बन गया है। आयोग ने लॉकडाउन खत्म होने के बाद तेजी के साथ चुनावी तैयारियां शुरू की हैं। मतदाता सूची के पुनरीक्षण के साथ-साथ बाहर से ईवीएम मशीनों को मंगाए जाने का काम किया जा रहा है। आयोग ने मतदान केंद्रों के सत्यापन और उनके बढ़ाए जाने को लेकर भी तैयारी शुरू कर रखी है लेकिन कोरोना का संक्रमण नहीं थमने के कारण अभी भी संशय बरकरार है। आयोग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के डीएम और एसपी से चुनावी तैयारियों पर चर्चा भी की है लेकिन 26 जून को सभी दलों के साथ होने वाली बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
आयोग की सर्वदलीय बैठक में 8 मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों के अलावा 4 राज्यस्तरीय दलों के प्रतिनिधि शामिल होने वाले हैं। बैठक में सहायक मतदान केंद्र और नई ईवीएम को लेकर भी चर्चा होगी। इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, नेशनल मिजो फ्रंट, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यूनाइटेड, लोक जनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रतिनिधि शामिल होंगे। बैठक में इस बात पर खास फोकस होगा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किस तरह से चुनाव में राजनीतिक दल प्रचार करें और साथ ही साथ वोटिंग की प्रक्रिया को कैसे संक्रमण के दायरे से दूर रखा जाए।