PATNA : कोरोना संक्रमण के बीच से बिहार विधान मंडल के मानसून सत्र की तैयारी शुरू हो गई है। कोरोना काल को देखते हुए मानसून सत्र को बेहद छोटा रखे जाने की उम्मीद जताई जा रही है हालांकि सरकार में इसके लिए अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। वित्त विभाग ने मानसून सत्र की तैयारी को रफ्तार देते हुए प्रथम अनुपूरक के लिए सभी विभागों से खर्च का ब्यौरा मांगा है वित्त विभाग लगातार खर्च का ब्योरा जुटा कर मांग प्रस्ताव बनाने में जुट गया है.
वित्त विभाग ने सभी विभागों को खर्च का पूरा ब्योरा तैयार कर 29 जून तक भेजने को कहा है। बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं इस लिहाज से मानसून सत्र बेहद अहम होगा। मौजूदा विधानसभा के अंदर यह अंतिम सत्र होगा। सरकार के लिए इस छोटे सत्र में विधायी कामकाज को निपटाने की प्राथमिकता होगी तो वहीं विपक्ष के लिए ज्यादा कुछ करने को नहीं होगा। बावजूद इसके विपक्ष कोरोना काल में बिहार के मजदूरों और गरीबों को हुई परेशानी का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
बिहार के संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने पहले ही इस बात के संकेत दे दिए हैं कि कोरोना संक्रमण के कारण सत्र को छोटा रखा जा सकता है वहीं आरजेडी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा है कि विपक्ष इस छोटे सत्र में भी बड़े सवालों को उठाएगा। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों इस बात को समझ रहे हैं कि सदन के अंदर जनहित के मुद्दे उठाने और जवाब देने का उनके पास यह आखिरी मौका होगा। विधानसभा चुनावों में जनता नया जनादेश देगी।