Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी बेतिया में मिनीगन फैक्ट्री का खुलासा, हथियार और उपकरण के साथ बाप-बेटा गिरफ्तार Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: ओवैसी के नेता के बिगड़े बोल, खुले मंच से तेजस्वी यादव की आंख, उंगली और जुबान काटने की दी धमकी Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Aparajit Lohan : दुलारचंद हत्याकांड के बाद बदले गए नए ग्रामीण SP अपराजित कौन हैं ? इस खबर पढ़िए पटना के नए ग्रामीण एसपी की कहानी; आप भी जान जाएंगे क्या है काम करने का तरीका
1st Bihar Published by: Updated Fri, 13 Dec 2019 04:12:48 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : सिटिजन अमेंडमेंट बिल में अब भले ही कानून का रूप अख्तियार कर लिया हो लेकिन जनता दल यूनाइटेड के अंदर इसका विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। जेडीयू नेतृत्व ने संसद में केंद्र सरकार के इस बिल का समर्थन किया, लेकिन उसके ही कुछ नेता अब लगातार पार्टी के फैसले का विरोध कर रहे हैं। इस मुद्दे पर राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को पत्र लिखकर सवाल खड़े करने वाले जेडीयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी आज CAB के विरोध में सड़क पर उतरे।
गुलाम रसूल बलियावी इदार ए शरिया के अध्यक्ष हैं नाते उन्होंने आज अल्पसंख्यक समाज के लोगों के साथ पटना के सुल्तानगंज स्थित इदार ए शरिया से विरोध मार्च निकाला। इस विरोध मार्च को पुलिस ने पटना समाहरणालय तक आने की इजाजत नहीं दी। लिहाजा बलियावी ने पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन सौंप दिया।
बलियावी ने किया था विरोध
बलियावी ने नागरिक संशोधन बिल पर पार्टी के स्टैंड पर विरोध करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार और जेडीयू ने जो निर्णय लिया है उसे गंभीरता से पुनर्विचार करने की आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि पूरे देश और विशेषकर बिहार झारखंड बंगाल एवं असम से आम लोगों को बराबर दबाव आ रहा है कि आपके नेता की पहचान सही को सही और गलत को गलत करने की रही है। चाहे वह बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मामला हो तीन तलाक मामला, धारा 370 या फिर एनआरसी जैसे मामले हो हर मामले में नीतीश कुमार की पहचान भारतीय नागरिकों को मिले संविधान प्रदत अधिकारों के साथ खड़े रहने की है।