शहादत को सलाम: बिहार के लाल का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, शहीद को नम आंखों से दी गई विदाई शहादत को सलाम: बिहार के लाल का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, शहीद को नम आंखों से दी गई विदाई Bihar News: मासूम बेटे के साथ घर से निकली थी महिला, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar News: मासूम बेटे के साथ घर से निकली थी महिला, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में शराब की बड़ी खेप जब्त, पुलिस की कार्रवाई से शराब तस्करों में हड़कंप Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में शराब की बड़ी खेप जब्त, पुलिस की कार्रवाई से शराब तस्करों में हड़कंप Bihar Crime News: बिहार में छापेमारी करने पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दो पुलिसकर्मी घायल Bihar Crime News: बिहार में छापेमारी करने पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दो पुलिसकर्मी घायल Katihar News: मखाना निकालने को लेकर आदिवासी समुदाय के बीच जमकर मारपीट, तीर-धनुष से किया हमला; दोनों पक्ष के कई लोग घायल Bihar Crime News: बिहार में दिल को दहला देने वाली वारदात, बच्चे की हत्या कर शव को जलाया; गांव में दहशत का माहौल
1st Bihar Published by: Updated Fri, 12 Aug 2022 09:36:20 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में बड़े पैमाने पर हुए गर्भाशय घोटाले की जांच अब सीबीआई करेगी। मामले की सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने जांच के लिए सीबीआई को हरी झंडी दे दी है। बता दें कि 7 साल बीत जाने के बाद भी बिहार सरकार के स्तर से महज 41 फीसदी जांच ही की जा सकी है। वेन्ट्रन्स फोरम की मांग वाली याचिका पर हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला सुनाया है।
सरकार की तरफ से एडवोकेट जनरल ललित किशोर ने कोर्ट से पूरे मामले को समझने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा है। इस मामले में 18 अगस्त को फाइनल फैसला दिया जाएगा। बता दें कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बड़े पैमाने पर गर्भाशय निकाले जाने का मामला सामने आया था। बिहार के 45 अस्पतालों और 13 डॉक्टरों ने 46,690 महिलाओं के गर्भाशय निकाले थे। जिसमें यह बात सामने आई थी की इसमें 85 पुरुषों के गर्भाशय भी निकाले गए।
यह बड़ा घोटाला सामने आने के बाद बिहार सरकार के स्तर से जांच कराई जा रही थी। सात साल बाद भी सिर्फ 41 फीसदी ही जांच की जा सकी थी। जिसके बाद वेन्ट्रन्स फोरम के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. बीएनपी सिंह की तरफ से साल 2015 में पटना हाईकोर्ट में CBI जांच की मांग की गई। 7 साल बाद कोर्ट में सुनवाई शुरु हुई और यह फैसला आया है। वेन्ट्रन्स फोरम की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि अभी तक 41% ही जांच पूरी हो सकी है, जिसके बाद कोर्ट ने जांच के लिए CBI को हरी झंडी दे दी।