Bihar News: बिहार के इन शहरों में होगा सैटेलाइट टाउनशिप का निर्माण, नियमों की अधिसूचना जारी.. Bihar News: SIR पर सियासी घमासान! तेजस्वी को नोटिस भेजेंगे विजय सिन्हा, कहा- पहले खेल के मैदान से भागे थे अब राजनीति से भागेंगे Bihar News: सड़क हादसे में महिला की मौत, बेटे की हालत गंभीर Bihar News: वेतन न मिलने पर कर्मी ने मैनेजर की बाइक चुराई, पुलिस ने किया गिरफ्तार Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, बिहार विधानसभा चुनाव का कर सकते हैं बहिष्कार; इसी महीने ले सकते हैं फैसला Tejashwi Yadav: “मेयर और उनके देवर के दो-दो ईपिक नंबर, गुजरात के BJP नेता भी बिहार के वोटर बने”, चुनाव आयोग पर तेजस्वी का हमला INDvsPAK: "हमारे जवान घर वापस नहीं आते और हम क्रिकेट खेलने जाते हैं", एशिया कप पर बड़ी बात बोल गए हरभजन सिंह; मीडिया को भी लपेटा Bihar News: CBI की विशेष अदालत में सृजन घोटाले का ट्रायल शुरू, पूर्व DM वीरेन्द्र यादव पर आरोप तय Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत
1st Bihar Published by: Updated Sat, 30 Jul 2022 03:31:47 PM IST
- फ़ोटो
CHHAPRA: बिहार को प्रतिभा का क्षेत्र यू हीं नहीं कहा जाता है। यहां के स्टूडेंट्स में कुछ अलग कर दिखाने की चाहत किसी से छिपी हुई नहीं है। अब छपरा पॉलिटेक्निक फाइनल ईयर के 4 स्टूडेंट्स ने मिलकर सौर ऊर्जा और बैट्री से चलने वाली ई साइकिल का निर्माण किया है। ख़ास बात तो यह है कि ये प्रदूषण मुक्त और आर्थिक दृष्टिकोण से बेहतर है। सारण के मढ़ौरा में संचालित राजकीय पॉलिटेक्निक छपरा के स्टूडेंट्स ने सौर ऊर्जा से चलने वाली एक ई साइकिल और स्मार्ट डस्टबिन का निर्माण किया है।
छात्रों ने एक टीम के तहत इस प्रोजेक्ट पर काम किया, जिसमें उन्हें लगभग 25000 का खर्च आया है। इस साइकिल की खासियत की बात करें तो ये प्रति घंटा 30 किलोमीटर की रफ्तार से चल सकती है और 120 किलो तक का वजन अपने साथ खींच सकती है। वहीं, इस साइकिल में 7-7 एएच की दो सेट बैटरी लगाया गया है, जिसे साइकिल के ऊपर लगे सोलर प्लेट के माध्यम से चार्ज किया जाता है। ई साइकिल में 250 वाट का एक मोटर लगा है, जिसके माध्यम से साइकिल को चलाया जा सकेगा। ख़ास बात ये भी है कि एक बार की चार्जिंग में यह साइकिल करीब 50 किलोमीटर तक चल सकती है ।
इतना ही नहीं, पॉलिटेक्निक के स्टूडेंट्स ने एक स्मार्ट डस्टबिन भी बनाया है, जो कोरोना में काफी मदद करेगा। इस डस्टबिन में अल्ट्रासोनिक सेंसर, सर्वो मोटर, आरडीओ यूएनओ आदि का उपयोग किया गया है। दिलचस्प बात ये है कि इस डस्टबिन के पास जैसे ही कोई गारवेज लेकर आता है वैसे ही डस्टबिन अपने आप खुल जाता है, जिसके बाद लोग उसमें कूड़ा डाल सकते हैं। वहीं, उसके रेंज से हटते ही डस्टबिन अपने आप बंद भी हो जाता है। ऐसे में कोरोना काल मे इसकी उपयोगिता काफी अहम हो जाती है। स्टूडेंट्स के मुताबिक़ इसे बनाने में कुल 2500 का खर्च आया है। बता दें, यह एक डस्टबिन 7 से 8 साल तक चल सकता है। इन दोनों प्रोजेक्ट पर छपरा पॉलिटेक्निक के छात्र प्रिंस कुमार, आदित्य कुमार, स्वाति कुमारी, नंदिनी सिंह के अलावा अनुपम कुमार, रंजन कुमार, अंकित कुमार और छाया कुमारी जबकि गाइड प्रोफेसर के रूप में धनंजय कुमार की अहम भूमिका रही।