ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Weather: बिहार में इस बार सर्दी तोड़ेगी कई वर्षों का रिकॉर्ड, मौसम विभाग ने लोगों को किया सावधान Bihar Election 2025: पहले चरण के लिए इतने जिलों में ईवीएम-वीवीपैट का रैंडमाइजेशन पूरा, दूसरे चरण की तारीख तय, जानें पूरी डिटेल 'क्या झूठ बोलकर बॉस से छुट्टी लेना पाप है?' इस सवाल का प्रेमानंद महाराज ने दिया बड़ा ही रोचक जवाब BHOJPUR: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ने रचा इतिहास, 124 छात्रों का सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) पद पर चयन राघोपुर की जनता से प्रशांत किशोर ने कह दी बड़ी बात, बोले..हम यहां से चुनाव लड़ें या न लड़ें, कल से आपके जीवन में बदलाव आना शुरू हो जाएगा Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले?

छपरा में पॉलिटेक्निक स्टूडेंट्स ने बनाया ई साइकिल और स्मार्ट डस्टबिन, जानिए कमाल की खासियत

1st Bihar Published by: Updated Sat, 30 Jul 2022 03:31:47 PM IST

छपरा में पॉलिटेक्निक स्टूडेंट्स ने बनाया ई साइकिल और स्मार्ट डस्टबिन, जानिए कमाल की खासियत

- फ़ोटो

CHHAPRA: बिहार को प्रतिभा का क्षेत्र यू हीं नहीं कहा जाता है। यहां के स्टूडेंट्स में कुछ अलग कर दिखाने की चाहत किसी से छिपी हुई नहीं है। अब छपरा पॉलिटेक्निक फाइनल ईयर के 4 स्टूडेंट्स ने मिलकर सौर ऊर्जा और बैट्री से चलने वाली ई साइकिल का निर्माण किया है। ख़ास बात तो यह है कि ये प्रदूषण मुक्त और आर्थिक दृष्टिकोण से बेहतर है। सारण के मढ़ौरा में संचालित राजकीय पॉलिटेक्निक छपरा के स्टूडेंट्स ने सौर ऊर्जा से चलने वाली एक ई साइकिल और स्मार्ट डस्टबिन का निर्माण किया है।



छात्रों ने एक टीम के तहत इस प्रोजेक्ट पर काम किया, जिसमें उन्हें लगभग 25000 का खर्च आया है। इस साइकिल की खासियत की बात करें तो ये प्रति घंटा 30 किलोमीटर की रफ्तार से चल सकती है और 120 किलो तक का वजन अपने साथ खींच सकती है। वहीं, इस साइकिल में 7-7 एएच की दो सेट बैटरी लगाया गया है, जिसे साइकिल के ऊपर लगे सोलर प्लेट के माध्यम से चार्ज किया जाता है। ई साइकिल में 250 वाट का एक मोटर लगा है, जिसके माध्यम से  साइकिल को चलाया जा सकेगा। ख़ास बात ये भी है कि एक बार की चार्जिंग में यह साइकिल करीब 50 किलोमीटर तक चल सकती है ।



इतना ही नहीं, पॉलिटेक्निक के स्टूडेंट्स ने एक स्मार्ट डस्टबिन भी बनाया है, जो कोरोना में काफी मदद करेगा। इस डस्टबिन में अल्ट्रासोनिक सेंसर, सर्वो मोटर, आरडीओ यूएनओ आदि का उपयोग किया गया है। दिलचस्प बात ये है कि इस डस्टबिन के पास जैसे ही कोई गारवेज लेकर आता है वैसे ही डस्टबिन अपने आप खुल जाता है, जिसके बाद लोग उसमें कूड़ा डाल सकते हैं। वहीं, उसके रेंज से हटते ही डस्टबिन अपने आप बंद भी हो जाता है। ऐसे में कोरोना काल मे इसकी उपयोगिता काफी अहम हो जाती है। स्टूडेंट्स के मुताबिक़ इसे बनाने में कुल 2500 का खर्च आया है। बता दें, यह एक डस्टबिन 7 से 8 साल तक चल सकता है। इन दोनों प्रोजेक्ट पर छपरा पॉलिटेक्निक के छात्र प्रिंस कुमार, आदित्य कुमार, स्वाति कुमारी, नंदिनी सिंह के अलावा अनुपम कुमार, रंजन कुमार, अंकित कुमार और छाया कुमारी जबकि गाइड प्रोफेसर के रूप में धनंजय कुमार की अहम भूमिका रही।