छुट्टी पर गये केके पाठक, सनसनी फैलाने के लिए फैलायी गयी उनके इस्तीफे की फर्जी खबर

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 11 Jan 2024 03:11:28 PM IST

छुट्टी पर गये केके पाठक, सनसनी फैलाने के लिए फैलायी गयी उनके इस्तीफे की फर्जी खबर

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PATNA: बहुचर्चित आईएएस अधिकारी केके पाठक के इस्तीफे की फर्जी खबर फैला दी गयी है. केके पाठक का एक पत्र वायरल हो गया है, जिसमें ये लिखा गया है कि वे स्वतः अपने पद का परित्याग कर रहे हैं. अफवाह फैलाने वालों ने सरकारी कामकाज का तरीका और नियम को जाने समझे बगैर केके पाठक के इस्तीफे की खबर फैला दी. जानिये क्या है पूरा मामला.


दरअसल केके पाठक का एक पत्र वायरल हो रहा है. इस पत्र में लिखा गया है, “अधोहस्ताक्षरी, मैं के.के. पाठक, भा.प्र.से.(1990), सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार, पटना के अधिसूचना संख्या -1/पी-1004/2021/सा.प्र.-590 , दिनांक 09.01.2024 के आलोक में आज दिनांक 09.01.2024 के अपराह्न में अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार, पटना के पद का प्रभार स्वतः परित्याग करता हूं.   (सामान्य प्रशासन विभाग की अधिसूचना संख्या-1/पी-1004/2021/सा.प्र.-590, दिनांक-09.01.2024 द्रष्टव्य.)


इस पत्र की प्रतिलिपि को शिक्षा विभाग के निदेशक प्रशासन सुबोध कुमार ने राज्य सरकार के सारे प्रमुख पदाधिकारियों को भेजा है. इस पत्र के वायरल होने के बाद केके पाठक के इस्तीफे की फर्जी खबर गढ़ दी गयी. 


अब जानिये पूरा मामला क्या है

के.के. पाठक ने अपने पद परित्याग के पत्र में दो दफे बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग की अधिसूचना संख्या-1/पी-1004/2021/सा.प्र.-590 , दिनांक 09.01.2024 का जिक्र किया है. वे कह रहे हैं इस अधिसूचना के आलोक में वे पद का स्वतः परित्याग कर रहे हैं. अब जानिये कि सामान्य प्रशासन विभाग की इस अधिसूचना में क्या लिखा है. बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग की इस अधिसूचना में कहा गया है.


“श्री के.के. पाठक, भा.प्र.से. (1990), अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार, पटना (अतिरिक्त प्रभार-महानिदेशक, बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान-बिपार्ड, पटना) की दिनांक 08-01-2024 से 16-01-2024 की अवकाश अवधि में श्री बैद्यनाथ यादव, भा.प्र.से. (2007), सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार, पटना (अतिरिक्त प्रभार-जांच आयुक्त, सामान्य प्रशासन विभाग, बिहार) शिक्षा विभाग के सम्पूर्ण कार्यो का निष्पादन करेंगे.


दरअसल, बिहार सरकार ने सरकारी सेवकों के कामकाज के लिए संहिता बना रखी है. उसकी अनुसूची संख्या-53 के तहत किसी महत्वपूर्ण पद पर पदस्थापित अधिकारी को लंबी छुट्टी पर जाने से पहले फार्म 202 भरना पड़ता है. इस फार्म में वे छुट्टी की अवधि तक के लिए अपने पद का परित्याग करते हैं. के.के. पाठक उसी नियम के तहत पद परित्याग का फार्म भर कर छुट्टी पर गये हैं. सरकारी नियमों के मुताबिक जब वे 16 जनवरी के बाद छुट्टी से वापस लौटेंगे तो फिर से पद संभालने का प्रपत्र भरेंगे. 


इस्तीफे की फैला दी फर्जी खबर

के.के. पाठक ने सरकारी नियमों के मुताबिक पद परित्याग का फार्म भर कर छुट्टी पर गये हैं. उनके पद परित्याग की औपचारिकता के बाद ही छुट्टी की अवधि में सचिव बैद्यनाथ यादव उनका कामकाज देख सकते हैं. के.के. पाठक ने अपनी छुट्टी के आवेदन में ही सरकार से ये अनुशंसा की थी कि उनके अवकाश की अवधि में बैद्यनाथ यादव को चार्ज दिया जाये. बैद्यनाथ यादव फिलहाल शिक्षा विभाग के सचिव हैं और के.के. पाठक के बाद दूसरे नंबर के अधिकारी हैं.