PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान के बीच बड़ी खटास अब आर या पार के दौर में पहुंच गई है। एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर से पत्र लिखा है। चिराग ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सरकार के कामकाज को लेकर नसीहत दी है। दरअसल पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान को जान से मारने की धमकी मिली थी और इसी मामले को लेकर चिराग में अब नीतीश कुमार को पत्र लिखा है।
चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे अपने पत्र में कहा है कि शेखपुरा जिले के जिस वार्ड पार्षद संजय यादव ने मुझे और मेरे पिता केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को जान से मारने की धमकी दी अपशब्द कहे वह मामला बेहद दुखदाई है। धमकी देने वाले वायरल वीडियो में मैंने देखा कि पार्षद संजय यादव का आरोप लगा रहा है कि राशन कार्ड नहीं बनने और रास्ता न मिल पाने की वजह से वह परेशान है और अपनी परेशानी को वह बयां कर रहा है।
नीतीश को लिखे अपने ताजा पत्र में चिराग पासवान ने कहा है कि राशन कार्ड बनवाना राज्य सरकार का काम है ना कि केंद्र सरकार का। एलजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि राशन कार्ड बनाकर लाभुकों को देना और राशन का वितरण लाभार्थियों तक कराना पूरी तरह से राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और वायरल वीडियो के माध्यम से ऐसा ज्ञात होता है कि लाभार्थियों तक के केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में राज्य सरकार के अंदर खामियां हैं। चिराग पासवान ने कहा है कि मैं यह उम्मीद करता हूं कि आप इस विषय को गंभीरता से लेंगे और इसकी सघन जांच कराएंगे कि संजय यादव जैसे कई और लाभार्थियों तक केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ क्यों नहीं पहुंच पा रहा है। चिराग ने कहा है कि नीतीश कुमार जांच करा कर यह सुनिश्चित करें कि केंद्र सरकार की योजना का लाभ हर लाभार्थी तक पहुंचे।
चिराग पासवान ने सीधे-सीधे नीतीश सरकार की कार्यशैली पर ना केवल सवाल खड़े किए हैं बल्कि मुख्यमंत्री को यह नसीहत भी दे डाली है कि सरकार की जवाबदेही क्या है। नीतीश कुमार के कामकाज पर अब तक इस तरीके से किसी सहयोगी दल के नेता ने सवाल नहीं उठाया होगा लेकिन चिराग यह सब कुछ कर रहे हैं। कोरोना और बाढ़ आपदा के बीच मुख्यमंत्री खुद हर दिन या दावा करते हैं कि लाखों की संख्या में लाभुकों तक राशन पहुंचाया जा रहा है। राज्य सरकार केंद्र से ज्यादा अनाज लेने के लिए हर दिन नए तरीके से दावेदारी करती है लेकिन इसके बीच चिराग पासवान ने जिस तरह मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सवाल खड़े किए हैं उसके बाद नीतीश कुमार का रुख क्या रहता है इसका इंतजार सबको है।