चिराग ने कहा- नीतीश का सिस्टम खराब है, सुशासन बाबू की सरकार में डायल 100 भी काम नहीं करता

चिराग ने कहा- नीतीश का सिस्टम खराब है, सुशासन बाबू की सरकार में डायल 100 भी काम नहीं करता

PATNA : बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. सभी पार्टियां लगभग तैयारियों में जुट गई हैं. लेकिन एनडीए में कहीं न कहीं खटपट देखने को मिल रही है. चिराग पासवान लगातार सीएम नीतीश को अपने निशाने पर ले रहे हैं. दारोगा बहाली और नियोजित शिक्षकों के बाद अब चिराग पासवान सीएम नीतीश के सिस्टम पर सवाल उठा रहे हैं. चिराग ने बिहार में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर नीतीश के ऊपर हमला बोला है.


जंगलराज का विकल्प बने थे नीतीश
एलजेपी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि काफी काम हुआ है. लेकिन फिर भी काफी काम करने बाकी हैं. मैं खामिया नहीं गिना रहा हूं, लेकिन सुधार की जरूरत है. इसकी बात कर रहा हूं. जंगलराज का विकल्प बनकर नीतीश सीएम बने थे. उन्होंने अपराध पर नियंत्रण पाया था. लेकिन आजकल जिस तरीके से आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं. उसपर एलजेपी का कार्यकर्ता हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेगा.


डायल 100 काम नहीं करता
चिराग ने कहा कि बिहार के कई जिलों में डायल 100 काम नहीं कर रहा है. आज पीड़ित के पास कोई भी विकल्प नहीं कि किसके पास फोन कर के शिकायत की जाये. यह काफी गंभीर मुद्दा है. सरकार के अंदर जो लोग बैठे हैं. उनको समझने की जरूरत है. चिराग पासवान ने दारोगा अभ्यर्थियों और नियोजित शिक्षकों की मांग को लेकर भी सरकार के ऊपर कई सवाल खड़ा किये. उन्होंने कहा कि सिस्टम को सुधारने की जरूरत है. जबतक सिस्टम नहीं सुधरेगा, प्रदेश में ऐसी स्थिति बनी रहेगी. लॉ एंड आर्डर, नियोजित शिक्षक और दारोगा बहाली काफी महत्वपूर्ण मुद्दे हैं. 


नीतीश का बढ़ा रहे टेंशन
राजधानी पटना में चिराग पासवान नियोजित शिक्षकों के साथ मीटिंग किये. इस बैठक में TET शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के सदस्यों से उन्होंने कहा कि शिक्षकों के न्याय के लिए लोक जनशक्ति पार्टी खड़ी है. उन्होंने कहा कि पार्टी इसबार अपने विजन डॉक्युमेंट में नियोजित शिक्षकों की मांग को रखेंगे. बता दें कि लोजपा अपना घोषणा पत्र 12 अप्रैल को जारी करेगी. इसको लेकर चिराग 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' यात्रा पर हैं. उनका कहना है कि इस यात्रा के जरिए वे लोगों की मांगों को समझ रहे हैं.


शिक्षकों के वोटबैंक पर चिराग की नजर
लोगों का मानना है की ये अच्छी बात है कि चिराग को शिक्षकों की चिंता है, मगर ऐसा कर के वो सीएम नीतीश का टेंशन बढ़ा रहे हैं. कई सवाल भी विपक्ष के नेता खड़ा कर रहे हैं. विपक्षी नेताओं का कहना है कि चुनाव के समय ही क्यों चिराग को शिक्षकों की चिंता हो रही है. दरअसल बिहार में लगभग 3 लाख नियोजित शिक्षक हैं. अगर एक घर में 3 वोट भी होंगे, तो कुल मिलाकर 9 लाख वोटर्स हो जायेंगे. ऐसा माना जा रहा है कि मदद के बहाने चिराग की नजर एक बड़े वोट बैंक पर है.