DELHI : लोक जनशक्ति पार्टी यानि LJP के अध्यक्ष चिराग पासवान ने फिर से नीतीश सरकार के कामकाज पर सवाल उठाये हैं. चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश सरकार के कामकाज में कुछ ‘कमियां’ हैं और वे एक ईमानदार सहयोगी के नाते उन कमियों की जिक्र करते रहेंगे. चिराग ने एक बार फिर बिहार में बढ़ते अपराध पर चिंता जतायी है. LJP के अध्यक्ष ने फिर से कहा है कि बिहार में सरकार चलाने के लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाना चाहिये.
नीतीश सरकार में कुछ कमियां
शनिवार को दिल्ली में समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा नीतीश कुमार की सरकार को लेकर उनकी कुछ टिप्पणियों के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं. हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इरादों पर कभी संदेह नहीं किया, लेकिन कुछ ''कमियां" हैं, जिन्हें उन्होंने एक ईमानदार सहयोगी के रूप में उजागर किया है.
चिराग पासवान ने कहा ''नीतीश कुमार जंगल राज के एक विकल्प के रूप में उभरे और 'विकास पुरुष के रूप में जाने गए. लेकिन, कुछ कमियां रही हैं. ये मैं आरोप नहीं लगा रहा हूं लेकिन एक ईमानदार सहयोगी के रूप में सुधार के लिए सुझाव दे रहा हूं.”
बढ़ते अपराध पर फिर बोले चिराग
चिराग पासवान ने फिर से दुहराया कि कोरोना को लेकर लॉकडाउन से पैदा हुए प्रवासी संकट को बिहार सरकार और बेहतर ढंग से संभाल सकती थी. लेकिन लोगों को परेशानियां हुई हैं और उन्होंने उन्हीं परेशानियों को बिहार सरकार के समक्ष रखा. चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था की हालत चिंता का विषय है. उन्होंने फिर से कहा कि बिहार में हत्या और लूट जैसे गंभीर अपराध बढ़ रहे हैं. सरकार को तत्काल इस पर ध्यान देना होगा.
कॉमन मिनिमन प्रोग्राम बनायें नीतीश कुमार
चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में एनडीए की सरकार को सही तरीके से चलाने के लिए एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाया जाना जरूरी है. बिहार में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कॉमन मिनिमल प्रोग्राम बनाया जाना चाहिये. पासवान ने कहा कि कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में रोजगार, खास कर बिहार वापस लौटे लोगों के लिए काम, स्वास्थ्य और शिक्षा को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी जानी चाहिये. चिराग पासवान ने कहा कि अगर एनडीए एकजुट होकर लड़ता है तो आरजेडी-कांग्रेस का गठबंधन बेहद कमजोर साबित होगा. एनडीए बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 225 सीटों पर जीत दर्ज कर सकता है.
तालमेल में 42 सीटें चाहिये
चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने बीजेपी और दूसरी पार्टियों के साथ तालमेल कर 2015 में 42 सीटों पर चुनाव लड़ा था. वे चाहते हैं कि इस बार के चुनाव में भी वही स्थिति बनी रहे यानि एलजेपी को 42 सीटें मिलें. हालांकि इस पर आखिरी फैसला सहयोगी पार्टियों से बात कर लिया जायेगा. चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने बिहार के के हर विधानसभा क्षेत्र में अपने संगठन को मजबूत किया है. एलजेपी ने अपनी रणनीति के तहत वैसे 119 सीटों पर खास तैयारी की है जहां फिलहाल जेडीयू और बीजेपी के विधायक नहीं है. गठबंधन में बात बनें तो एलजेपी इन सीटों पर सबसे बेहतर प्रदर्शन कर सकती है.