Unique Party Trend: बिना दूल्हा-दुल्हन के हो रही शादी! दिल्ली में सामने आया नया ट्रेंड, जानिए.. Life Style: गर्मियों में इसके पत्तों का सेवन क्यों है जरूरी? जानिए.. इसके 5 चमत्कारी फायदे Bihar Politics on caste census: जाति जनगणना पर क्रेडिट की मची होड़: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का हमला, बोले— तेजस्वी सिर्फ मौके की तलाश में रहते हैं! Samastipur Snake Catcher: नहीं रहे 'सांपों के मसीहा' जय सहनी, जिनकी जिंदगी बचाने को रहते थे हमेशा तत्पर, उन्हीं में से एक ने ले ली जान Parent-child relation: बच्चों को शर्मिंदा कर देती हैं पैरेंट्स की ये आदतें, जानिए क्यों बच्चे बनाने लगते हैं दूरियां Bihar Assembly Election 2025: जहानाबाद में बिछने लगी बिसात...NDA में किसके खाते में जाएगी सीट ? दर्जन भर हैं दावेदार..किनका टिकट होगा फाइनल,जानें... IPL2025: "हमें विनम्र बने रहने की जरुरत", अंकतालिका में टॉप पर जाने के बाद हार्दिक और सूर्या का बड़ा बयान, फैंस बोले "ये दोनों MI के पिलर हैं" Made in India: डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ वॉर के बाद अमेरिका में 'मेड इन इंडिया' की गूंज! Gold theft jewellery shop: थानेदार बनकर आया, लाखों के गहने ले उड़ा, CCTV फुटेज देख दंग रह गया दुकानदार! Bihar Politics: "नीतीश को साइडलाइन करने की हिम्मत किसी में नहीं": मनोज तिवारी.. चिराग के भविष्य और पवन सिंह के BJP में आने पर भी बोले
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 10 May 2024 01:50:43 PM IST
- फ़ोटो
HAJIPUR : लोकसभा चुनाव के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं का एक-दूसरे पर वार-पलटवार लगातार जारी है। एक तरफ जहां तेजस्वी यादव बीजेपी और एनडीए पर हमले बोल रहे हैं तो दूसरी तरफ एनडीए के नेता इंडी गठबंधन पर हमलावर हैं। हाजीपुर में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और एनडीए के साझा उम्मीदवार चिराग पासवान तेजस्वी यादव पर खूब बरसे।
चिराग पासवान ने कहा कि तेजस्वी यादव को महागठबंधन की हार के संकेत मिलने लगा हैं। इसीलिए वह बौखलाहट में खुद को आक्रामक दिखा रहे हैं। जैसे-जैसे चुनावी चरण आगे बढ़ रहा है, तेजस्वी यादव और महागठबंधन को चुनावी हार का फीडबैक मिलने लगा है और इसीलिए तेजस्वी बौखला गए हैं। तेजस्वी यादव वर्ष 2014 के नतीजों को शायद भूल गए हैं और इस बार हो रहे चुनाव के फीडबैक से परेशान दिख रहे हैं।
लोजपा चीफ ने कहा कि जब चुनाव में हार दिखाई देने लगती है तो स्वाभाविक है कि हारने वाले लोगों में आक्रामकता भी दिखेगी और बौखलाहट भी दिखाई देगी और ऐसे लोग शब्दों की मर्यादा भी खो देंगे। वर्ष 2014 में भी हम लोगों ने यही देखा था। वर्ष 2019 में भी देखा कि जैसे-जैसे मतदान के चरण बढ़ते जाते हैं, वैसे-वैसे इनको अपनी हार का एहसास होने लगता है। फीडबैक तो मिल ही जाता है न कि कैसा प्रचार चल रहा है और कैसा रिजल्ट आएगा।