Bihar Teachers: पटना हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, प्राइवेट कॉलेज के इन शिक्षकों को वेतन के साथ-साथ पेंशन का भी मिलेगा लाभ Tejashwi Yadav letter to PM: जाति जनगणना पर तेजस्वी ने पीएम को घेरा, मांगा ठोस एक्शन प्लान...कहा बिहार ने दिखाई राह, अब देश करे बदलाव! Bihar News: 14 वर्षीय महादलित किशोर पर अत्याचार, 4 महीने तक प्रताड़ित करती रही सेठानी Bihar barat murder: शादी समारोह के दौरान नर्तकियों से अश्लीलता का विरोध बना मौत का कारण! Bihar Premier League: IPL की तर्ज पर BPL में छक्के बरसाते नजर आएंगे वैभव सूर्यवंशी, इस महीने से होगा आयोजन Varanasi to Kolkata highway: बिहार से होकर गुजरेगा 6 लेन एक्सप्रेसवे, 35,228 करोड़ की लागत से होगा निर्माण CBSE Important Notice: रिजल्ट से पहले CBSE ने कर दिया बड़ा बदलाव, बोर्ड का ये नोटिस देख लें छात्र High Speed Trains: भारतीय रेलवे ने बदली 'हाई स्पीड ट्रेन' की परिभाषा, अब इतने किमी/घंटे से अधिक रफ्तार वाली ट्रेनों को ही मिलेगा यह विशेष तमगा Bihar weather update: बिहार में सुकून देने वाला रहेगा मौसम, बारिश और ठनका की भी संभावना Bihar Postal Service: ट्रेन और हवाई जहाज से भी कम समय में आपका सामान दिल्ली पहुंचाएगा डाक विभाग; जानिए क्या है नया प्लान
1st Bihar Published by: RAJKUMAR Updated Thu, 08 Dec 2022 06:35:15 PM IST
- फ़ोटो
NALNDAD : बिहार के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव भले ही मिशन -60 चलाकर राज्य के सभी सदर अस्पतालों की सुविधा बेहतर करने की बात करते हो या फिर खुद देर रात्री निरिक्षण पर निकल जाते हो, मगर उनके इस मेहनत पर पानी फेड़नें में उनके ही विभाग से सहयोगी पीछे नहीं हट रहे हैं। इसी कड़ी में अब जो मामला सामने आया है वह स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा होने से साथ ही साथ राज्य के मुखिया नीतीश कुमार के गृह जिले से जुड़ा हुआ है। यहां के परिवार को शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए घटों इंतजार करना पड़ा, लेकिंन इसके बाबजूद किसी ने सुध नहीं ली।
दरअसल, बिहार में उपमुख्यमंत्री द्वारा मिशन -60 के अंतर्गत सबसे पहले नालंदा जिले के बिहारशरीफ सदर अस्पताल की सुविधा में बढ़ोतरी की गई। नए -नए संसाधन दे दिए गए हो। लेकिन, इसके बाबजूद यहां के डॉक्टर और अस्पताल कर्मी लापरवाही बरतने के पीछे नहीं हट रहे हैं। आए दिन इस अस्पताल के खराब व्यवस्था से जुड़ी कोई न कोई खबर निकल कर सामने आते ही रहती है। इसी कड़ी में अब जो मामला सामने आया है। उसमें नालंदा जिले हिलसा थाना इलाके में एक व्यक्ति का शव मिला था जिसके बाद पुलिस के मदद से शव को पोस्टमार्टम के लिए बिहार सदर अस्पताल दिन के 1:00 बजे दिन में लाया गया मगर शाम 7 बजने को हैं, लेकिन अभी तक शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया।
इधर, इस मामले में परिवार वालों और पुलिसकर्मी ने बताया कि सदर अस्पताल में मौजूद डॉक्टर का कहना है कि उसको पोस्टमार्टम करने नहीं आता है जब दूसरा डॉक्टर आएगा तो पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जाएगी। सबसे बड़ी बात यह है कि, इतने बड़े सदर अस्पताल और इतनी बड़ी आबादी वाले जिले में पोस्टमार्टम करने वाला डॉक्टर कब आएगा इस बात की जानकारी किसी के पास नहीं है। वह आएगा या छुट्टी पर हैं, इसकी भी जानकारी अस्पताल प्रसाशन द्वारा कोई भी देने को तैयार नहीं है।
वहीं, सुबह से अबतक पोस्टमार्टम नहीं होने के कारण इस ठंड के मौसम में पोस्टमार्टम के लिए आए परिवार को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुलिसकर्मी का कहना है कि पूर्व में इतना बुरा हाल सदर अस्पताल का कभी नहीं हुआ था जो वर्तमान में हुआ है। पुलिसकर्मी ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए जब भी चिकित्सक से बात करने के लिए जाते हैं तो टालमटोल का रवैया अपनाया जा रहा है।