CM नीतीश कुमार भूल गए NDA कैंडिडेट का नाम, मधेपुरा में सीतामढ़ी के प्रत्याशी का लेने लगे नाम; गलती पर अनोखे तरीके से दिया सफाई

CM नीतीश कुमार भूल गए NDA कैंडिडेट का नाम, मधेपुरा में सीतामढ़ी के प्रत्याशी का लेने लगे नाम; गलती पर अनोखे तरीके से दिया सफाई

MADHEPURA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुबान एक बार फिर फिसल गई है। इस बार वह राजग (एनडीए) कैंडिडेट का नाम भी भूल गए। सबसे बड़ी बात यह है कि  यह कैंडिडेट उनकी खुद की ही पार्टी जदयू से ही हैं। इसके बाबजूद सही ढंग से उनका नाम तक नहीं पा रहे थे। इसके बदले सीएम नीतीश कुमार अपनी ही पार्टी के दूसरे कैंडिडेट का नाम ले रहे हैं। 


दरअसल, बुधवार को मधेपुरा लोकसभा इलाके में सीएम नीतीश कुमार एनडीए में जदयू के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे दिनेश चन्द्र यादव के लिए चुनावी प्रचार कर रहे थे और इसको लेकर एक चुनावी जनसभा भी आयोगित की गई थी। जहां नीतीश जैसे ही अपना संबोधन शुरू किया वैसे ही वो अपनी ही पार्टी के कैंडिडेट का नाम भूल गए। सीएम मधेपुरा में सीतामढ़ी के कैंडिडेट का नाम लेने लगे। उसके बाद सीएम सुरक्षा में लगे कर्मी ने यह बताया की वो गलत नाम ले रहे हैं उसके बाद सीएम नीतीश को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसके बाद सीएम नीतीश बड़े ही मजाकिया तरीके से अपनी सफाई दिया। 


सीएम नीतीश कुमार ने मधेपुरा में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एनडीए (जदयू ) के प्रत्याशी श्री देवेश चंद्र ठाकुर जी उसके बाद सीएम सुरक्षा में लगे कर्मी ने बताया की वो गलत नाम ले रहे हैं उसके बाद भी सीएम ने वापस से गलत नाम लिया और कहा दिनेश चंद्र ठाकुर तो फिर एक दफे  सुरक्षा गार्ड ने उन्हें बोला की यह नाम भी गलत है तो वपास से नीतीश कुमार ने मुस्कुराते हुए सही नाम लिया और कहा दिनेशचंद्र यादव जी। उसके बाद सीएम ने कहा खाली यादव हैं ठाकुर भी न हैं, हम तो इनको इज्जत करने के लिए कह रहे हैं। इनसे हमारा आज का संबंध नहीं है जब हम एमपी थे तब भी यह एमपी थे। इनसे हमारा संबंध था, इसलिए हम इनको दिनेशचंद्र यादव जी को इज्जत हम करते हैं। 


मालूम हो कि, यह पहला वाकया नहीं है जब सीएम नीतीश कुमार मंच पर कुछ भूले हो, इससे पहले भी कई दफे इनके जुबान फिसलने की खबरें सामने आई है.जबकि इन्हीं नीतीश कुमार को एक संतुलित नेता के तौर पर जाना जाता था। इनके बारे में यह कहा जाता है कि नीतीश कुमार अपनी बातें फैक्ट के साथ रखते थे और कभी भी गलत या कुछ ऐसा नहीं बोलते थे जिससे इनकी छवि को कोई असर पड़े। लेकिन, पिछले कुछ महीनों से यह वाकया लगातार देखा जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार की जुबान बोलते -बोलते फिसल जाति है और वो अपनी बातों को बुल जाते हैं। 


आपको बताते चलें कि, इससे जनसभा को संबोधित करते हुए भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुबान फिसल गई थी। वह राजग का लोकसभा चुनाव में सीटें जीतने का लक्ष्य ही भूल गए। र उन्होंने राजग (NDA) के सीट जीतने के लक्ष्य को 400 की जगह पर 4000 का बता दिया। नीतीश कुमार बुधवार को लौकही के धनिकलाल मंडल उच्च विद्यालय पिपरोन में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज के इस कार्यक्रम में भीषण गर्मी के इस दौर में हम तो आए हैं, झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रामप्रीत मंडल जी के लिए तो आप लोग बिहार में 40 सीट और देश भर में 4000  सीट जीताने का काम करिए।