SAHARSA: गोदाम में तोड़फोड़ मामले में बड़ी कार्रवाई, पुलिस ने एक साथ 18 अपराधियों को दबोचा Bihar Crime News: भारत-नेपाल सीमा से पकड़े गए तीन विदेशी नागरिक, SSB ने संदिग्ध हालत में दबोचा Bihar Crime News: भारत-नेपाल सीमा से पकड़े गए तीन विदेशी नागरिक, SSB ने संदिग्ध हालत में दबोचा बिहार में तैयार हुआ 4500 HP रेल लोकोमोटिव 'अफ्रीकी देश' भेजे जाएंगे, जून में बड़ी खेप का होगा निर्यात, उद्योग मंत्री बोले- नामकरण के लिए 26 मई को होगा कार्यक्रम Jyoti Malhotra: YouTuber ज्योति मल्होत्रा की रील से बड़ा खुलासा, पाक जाने से पहले पहलगाम गई थी पाकिस्तानी जासूस Jyoti Malhotra: YouTuber ज्योति मल्होत्रा की रील से बड़ा खुलासा, पाक जाने से पहले पहलगाम गई थी पाकिस्तानी जासूस Bihar News: दर्दनाक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत, तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बाइक को मारी जोरदार टक्कर Bihar news: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बुलाई अहम बैठक, संघ से समन्वय की दिशा में बड़ा कदम Bihar news: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने बुलाई अहम बैठक, संघ से समन्वय की दिशा में बड़ा कदम पुलिस के 'सर्किल इंस्पेक्टर' का कार्यालय बन गया दुकान, रुपया दीजिये नाम हटवाइए और जोड़वाइए, DIG ने कर दिया सस्पेंड
1st Bihar Published by: Updated Sat, 08 Aug 2020 06:37:01 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में कोरोना के हालात को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ी चेतावनी दी है। तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि अगले 2 से 3 महीनों में बिहार में लाखों लोगों के संक्रमित होने का खतरा है और बिहार आने वाले इस ज्वालामुखी के अंदेशे से परेशानी में है। बिहार में कोरोना महामारी विकराल रूप लेती जा रही है और स्थिति विस्फोटक होने की ओर अग्रसर है। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि पिछले 5 महीनों में बिहार सरकार की उदासीनता, लापरवाही और अकर्मण्यता के कारण हालात बिगड़ गए हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि कोरोना महामारी ने 15 वर्षों के छद्म सुशासनी विकास की परतें और वास्तविक तथ्यों को उजागर कर रख दिया है. पिछले पंद्रह वर्षों में चरमरायी स्वास्थ्य व्यवस्था ने खुद अपना सच बताना शुरू कर दिया है। नीति आयोग, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM), यूनिसेफ़ (UNICEF) इत्यादि संस्थानों के मूल्यांकन में बिहार लगातार फिसड्डी और अंतिम पायदान पर रहा है। यहाँ तक कि सुप्रीम कोर्ट ने बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर बिहार सरकार को कई बार फटकार लगायी है। केंद्र से आई तीन सदस्यीय टीम ने बिहार सरकार की सारी पोल खोल दी। कोरोना से लड़ने के लिए बिहार सरकार ने कोई प्रबंधन नहीं किया चाहे प्रवासी मजदूरों का मसला हो या बदहाल स्वास्थ्य अधिसंरचना के मुद्दे सरकार ने पहलकदमी लेने और त्वरित कारवाई और उपाय करने की बजाय सबकुछ भगवान भरोसे छोड़ दिया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि आम लोगों में इस महामारी की चिंताओं के बावजूद कोई नए अस्पताल नहीं बने. उपलब्ध अस्पतालों का क्षमता वर्धन नहीं किया गया. आबादी और संक्रमण की बढती संख्या के आलोक में अगर वेंटीलेटर आदि की बात करें तो चिंता और भयावह हो जाती है. पूरा देश इस बात को समझ पाने में असर्थ है कि 5 महीनों बाद भी बिहार में जाँच के नाम पर खानापूर्ति क्यों हो रही है? हमने मार्च के महीने से ही सरकार से विनती की और सकारात्मक सुझावों से आगाह करते रहे की जन स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें,राजनीति किसी और दिन कर लेंगे लेकिन इस सरकार के कानों तक जूं भी नहीं रेंगी. उलटे हमारे सुझावों और सलाह पर नकारात्मक टिपण्णी की गयी.