ब्रेकिंग न्यूज़

Lucknow Bus Fire Accident: बिहार से दिल्ली जा रही बस में भीषण आग, 5 यात्री जिंदा जले, ड्राइवर-कंडक्टर भागे Bihar Librarian Recruitment: राज्य में 6500 पुस्तकालयाध्यक्षों की भर्ती, जानें वेतनमान और परीक्षा विवरण MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा

कोरोना संकट में नियोजित शिक्षकों की सुध नहीं ले रही सरकार, कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

1st Bihar Published by: Updated Fri, 27 Mar 2020 09:56:48 PM IST

कोरोना संकट में नियोजित शिक्षकों की सुध नहीं ले रही सरकार, कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

- फ़ोटो

PATNA : कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है. देश में तेजी के साथ कोरोना अपने पांव फैला रहा है. ऐसे में कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए नीतीश सरकार ने गरीबों और जरूरतमंदों के लिए रुपए का खजाना खोल डाला है. सरकार की कई योजनाओं के तहत लोगों तक तुरंत फौरी राहत पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. राहत पैकेज के तौर पर नीतीश सरकार में 100 करोड़ रुपए की राशि भी जारी कर दी है, लेकिन बिहार में सबसे बुरा हाल नियोजित शिक्षकों, वित्त रहित शिक्षकों, मदरसा और संस्कृत के शिक्षकों का है.


कोरोना वायरस के फैलने के पहले ही नियोजित शिक्षक बिहार में हड़ताल पर जा चुके थे. नीतीश सरकार के साथ उनकी ठनी हुई है, लेकिन एक तरफ जहां नीतीश सरकार सबों की चिंता करते हुए आर्थिक मदद दे रही है, तो वहीं शिक्षकों पर उसका दिल नहीं पसीजा है. इस मुद्दे को लेकर बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है.


सीएम नीतीश को लिखे अपने पत्र में मदन मोहन झा ने यह मांग की है कि देश में लॉक डाउन के बाद अन्य लोगों के साथ-साथ शिक्षक भी समस्याओं का सामना कर रहे हैं. उनका जीवन और परिवार प्रभावित हो रहा है. राज्य के नागरिक होने के कारण उनको देखना भी सरकार का ही दायित्व है. मदन मोहन झा ने कहा है कि मैं व्यक्तिगत रूप से जानता हूं कि वित्त रहित शिक्षकों, नियोजित शिक्षकों, मदरसा और संस्कृत के शिक्षकों को मासिक वेतन या अनुदान की राशि पिछले कई महीनों से लंबित है. शिक्षक जमात भुखमरी के कगार पर है. ऐसे में सरकार को इस पर उचित फैसला लेना चाहिए. मदन मोहन झा ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह इस मामले पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए शिक्षकों को बकाया वेतन और अनुदान दिलाएं.