MUZAFFARPUR: दो कुख्यात अपराधियों की 10 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त, कोर्ट का सख्त आदेश मधुबनी में दो सगे भाईयों की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, बेलगाम ट्रक ने दोनों को रौंदा MUZAFFARPUR: ज्वेलरी शॉप लूटकांड मामले का खुलासा, लूटे गये आभूषण के साथ मां-बेटा गिरफ्तार नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के सामने झुक गया पाकिस्तान, रोहित सिंह बोले..देश को अपने प्रधानमंत्री और सेना पर गर्व अरवल में 2 थानेदार का तबादला: मानिकपुर और SC/ST थाने की सौंपी गई जिम्मेदारी GOPALGANJ: गंडक नदी से मिला लापता व्यवसायी का शव, हत्या की आशंका जता रहे परिजन गया में महिला की इलाज के दौरान मौत, गुस्साए परिजनों ने किया जमकर हंगामा, डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप Bihar News: बरसात से पहले गड्ढा मुक्त होंगी ग्रामीण सड़कें , बिहार सरकार ने शुरू की बड़ी तैयारी Bihar News: बरसात से पहले गड्ढा मुक्त होंगी ग्रामीण सड़कें , बिहार सरकार ने शुरू की बड़ी तैयारी India Pakistan Ceasefire: युद्ध विराम पर मुकेश सहनी ने PAK को दी सलाह, कहा..अब पाकिस्तान को आतंकवादियों के सफाए की लड़ाई लड़नी चाहिए
1st Bihar Published by: Updated Sun, 02 Aug 2020 10:33:26 AM IST
- फ़ोटो
DESK: इस वक्त की बड़ी खबर यूपी से आ रही है. कोरोना से कैबिनेट मंत्री कमला वरुण की मौत हो गई है. कोरोना संक्रमित होने के बाद उनको 18 जुलाई को लखनऊ पीजीआई में भर्ती कराया गया था. लेकिन आज इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
सीएम योगी ने जताया शोक
कमला वरूण की मौत के बाद सीएम योगी आदित्य नाथ ने ट्वीट कर शोक जताया है. योगी ने लिखा कि उत्तर प्रदेश सरकार में मेरी सहयोगी, कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण जी के असमय निधन की सूचना, व्यथित करने वाली है.प्रदेश ने आज एक समर्पित जननेत्री को खो दिया.उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान करें.ॐ शांति!
शिक्षा मंत्री थी कमला वरूण
2017 में बीजेपी ने कमला वरूण को कानपुर के घाटमपुर सीट से चुनावी मैदान में उतारा था. वे इस सीट से जीतने वाली पार्टी की पहली विधायक बनी थी. पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा व लगन को देखते हुए 2019 में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. वे सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थी. कमला दो बार सांसद भी रह चुकी थी. उन्हे बीजेपी ने 1996 में उन्हें घाटमपुर (सुरक्षित) संसदीय सीट से चुनाव मैदान में उतारा था. यहां से भारी मतों से चुनाव जीती. 1998 में भी उसी सीट से दोबारा जीत दर्ज की. लेकिन 1999 के लोकसभा चुनाव में वह सिर्फ 585 मतों से बीएसपी के प्रत्याशी से हार गई थी.