ब्रेकिंग न्यूज़

Birth certificate: बिहार में अब जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए नहीं होना पड़ेगा परेशान, जानिए अब कहां बनेंगे। India Pakistan: वायु युद्ध इतिहासकार टॉम कूपर ने खोली पाक की पोल, बताया क्यों सीजफायर के लिए गिड़गिड़ाने लगा था यह बेगैरत मुल्क BJP Tiranga Yatra: आज से BJP की राष्ट्रव्यापी तिरंगा यात्रा शुरू, सेना की वीरता का जश्न Bihar: खनन माफियाओं का वन विभाग की टीम पर हमला, रेंजर समेत 7 जख्मी Bihar weather forecast: बिहार में उमस भरी गर्मी का कहर जारी, दक्षिण बिहार में लोगों की बढ़ी परेशानी; तीन जिलों में वज्रपात का येलो अलर्ट BLF: बलूचिस्तान ने मांगी भारत से मदद, पाकिस्तान के खिलाफ जारी जंग करना चाहते हैं और तेज Ceasefire Violation: जारी है पाकिस्तान की नापाक हरकतें, इन तीन राज्यों में फिर ड्रोन से हमले की कोशिश MADHUBANI: मधुबनी में प्रेम विवाह बना जानलेवा, लड़की के परिवार ने लड़के के पिता की कर दी हत्या BIHAR: शादी समारोह में हर्ष फायरिंग, 13 साल का बच्चे और वेटर को लगी गोली SAHARSA: नाला निर्माण के विवाद को लेकर बाप-बेटे की पिटाई, इलाज के दौरान युवक की मौत

कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर की मौत, लोगों ने शव को जलाने से रोका, 2 दिन बाद दफनाया गया

1st Bihar Published by: Updated Fri, 17 Apr 2020 03:54:00 PM IST

कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर की मौत, लोगों ने शव को जलाने से रोका, 2 दिन बाद दफनाया गया

- फ़ोटो

DESK : एक तरफ कोरोना वाॉरियर्स का हर जगह सम्मान हो रहा है, तो वहीं मेघायय में कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रहे एक डॉक्टर की मौत के बाद उसका अंतिम संस्कार भी करने से लोगों ने रोक दिया,. 

लंबे विवाद के बाद आखिरकार मेघालय में कोरोना से मरनेवाले पहले मरीज का अंतिम संस्कार पूरा हुआ. डॉक्टर जॉन एल सायलो शिलॉन्ग के बीथेनी हॉस्पिटल के डायरेक्टर थे  और वे लगातार मरीजो के इलाज में जुटे थे. सोमवार को ही वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और मंगलवार की देर रात 2 बजे उनकी मौत हो गई थी. डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के  अनुसार बुधवार को जब उनका शव जलाया जाना था तो शमशान के आसपास रहनेवाले लोग घरों से बाहर निकल आए और विरोध करने लगे. लोगों को मानना था कि शव जलाने से उन्हें भी संक्रमण हो जाएगा. जिसके बाद शव को जलाने से रोक दिया. जिसके बार विवादों के बीच उन्हें म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के कर्मचारियों ने उन्हें ईसाईयों के कब्रिस्तान में दफनाया.


बताया जा रहा है कि सायलो 69 साल के थे और वे अस्थमा और डायबिटीज  के मरीज थे. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि उन्हें कोरोना का संक्रमण अपने दामाद से हुआ था. उनके  दामाद पायलट हैं और वे न्यूयॉर्क में फंसे भारतीयों को लेकर आए थे. सायलों के परिवार के 6 लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. जिनका इलाज चल रहा है.  वहीं सायलो का संक्रमण का सोर्स पता करने 2000 लोगों की लिस्ट बनाई है और उनके टेस्ट किए जा रहे हैं.