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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 26 Apr 2023 01:56:53 PM IST
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PATNA: दलित और बेहद गरीब परिवार से आने वाले डीएम जी.कृष्णैया की हत्या के दोषी आनंद मोहन की रिहाई को सही ठहराने के लिए बिहार की सत्ता में साझीदार पार्टी ने तमाम हदें पार कर दी है. RJD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने आज जी. कृष्णैया को ही अपने मर्डर के लिए जिम्मेवार करार दिया. शिवानंद तिवारी ने कहा मर्डर के दिन जी. कृष्णैया मुजफ्फरपुर के रास्ते से क्यों गये वे दूसरे रास्ते से भी जा सकते थे. शिवानंद तिवारी ये भी कह रहे हैं कि कृष्णैया को मारने वाली भीड़ तब आक्रामक हुई जब डीएम के बॉडीगार्ड ने रिवॉल्वर निकाल लिया था. हद ये भी है कि जब सुप्रीम कोर्ट आनंद मोहन को हत्या का दोषी मान चुका है तब भी शिवानंद तिवारी कह रहे हैं कि आनंद मोहन ने डीएम को नहीं मारा था.
जी. कृष्णैया खुद जिम्मेवार थे
मीडिया से बात करते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा-गोपालंगज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया ने अपनी हत्या के दिन पटना से गोपालगंज वापस जाने के लिए मुजफ्फरपुर का रूट क्यों चुना. वे पटना से हाजीपुर-छपरा-सीवान होते हुए भी गोपालगंज जा सकते थे. आखिरकार किसने उन्हें कहा था कि वे मुजफ्फरपुर के रास्ते गोपालगंज जायें. वैस भी मुजफ्फरपुर में छोटन शुक्ला की हत्या के बाद हंगामा हो रहा था. डीएम को उधर से नहीं जाना चाहिये था.
शिवानंद तिवारी ने कहा कि जी.कृष्णैया जब मुजफ्फरपुर के रास्ते गोपालगंज जा रहे थे तो भीड़ ने उनकी गाड़ी को घेर लिया. लोगों ने देखा कि गाड़ी में पीली बत्ती लगी हुई है, गार्ड बैठा हुआ है. वहां के लोगों को गलतफहमी हुई कि गाड़ी में मुजफ्फरपुर का डीएम है. इसके बाद हमला हो गया. क्योंकि भीड उत्तेजित थी. शिवानंद तिवारी ने दावा किया कि कुछ लोगों ने ये भी बताया था कि जब गाड़ी गोपालगंज डीएम की गाड़ी को भीड़ ने घेरा तो जी. कृष्णैया के गार्ड ने रिवॉल्वर निकाल लिया था. इससे ही मामला बिगड़ गया औऱ आक्रोशित लोगों ने उनकी हत्या कर दी.
आनंद मोहन ने नहीं मारा
जी.कृष्णैया मर्डर केस में निचली अदालत, हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट कह चुका है कि आनंद मोहन हत्या के दोषी हैं. लेकिन शिवानंद तिवारी ने इसे मानने से इंकार कर दिया है. शिवानंद तिवारी ने मीडिया से कहा-छोटन शुक्ला की हत्या के बाद सब लोगों ने भाषण दिया था, वहां आनंद मोहन ने भी भाषण दिया था. लेकिन ये एक आदमी भी कहने वाला नहीं है कि आनंद मोहन ने जी. कृष्णैया की हत्या की है. लोग कह रहे थे कि भीड़ ने जी. कृष्णैया की हत्या कर दी है.