एक्टर प्रेम चोपड़ा की तबीयत बिगड़ी, मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती दिल्ली ब्लास्ट पर बोले तेजस्वी यादव, "देश की राजधानी में ऐसा विस्फोट चिंताजनक, केंद्र सरकार दोषियों पर करे सख्त कार्रवाई" दिल्ली में ब्लास्ट के बाद LNJP हॉस्पिटल पहुंचे अमित शाह, घायलों से की मुलाकात फेसबुक पर LIVE आकर तेजस्वी यादव ने की अपील, “20 साल NDA को मिला, बस 20 महीने हमें दीजिए” दिल्ली धमाके में अब तक 10 लोगों की दर्दनाक मौत, दो दर्जन लोग घायल, PM मोदी ने की अमित शाह से बात दिल्ली धमाके के बाद बिहार में हाई अलर्ट, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिल्ली कार ब्लास्ट में 8 लोगों की मौत की पुष्टि, 12 घायल, इलाके में मची अफरा-तफरी Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले RJD उम्मीदवार का समर्थक 3 लाख कैश के साथ अरेस्ट, मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले RJD उम्मीदवार का समर्थक 3 लाख कैश के साथ अरेस्ट, मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप Bihar Crime News: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले बड़ा एक्शन, नकली नोट और हेरोइन के साथ पकड़ा गया नाबालिग
1st Bihar Published by: PRASHANT KUMAR Updated Thu, 02 Sep 2021 04:44:43 PM IST
- फ़ोटो
DARBHANGA: समस्तीपुर रेलखंड पर लगातार तीसरे दिन भी ट्रेनों का परिचालन बंद है। हायाघाट और थलवारा स्टेशनों के बीच बने बागमती नदी के पुराने पुल पर पानी खतरनाक स्थिति तक पहुंच गया है। यह पानी लगातार बढ़ रहा है। बाढ़ की वजह से 31 अगस्त से पूर्व मध्य रेल ने इस रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन स्थगित कर दिया है। तीसरे दिन भी इस रेलखंड पर ट्रेनें नहीं चली।
दरअसल इस इलाके की बड़ी आबादी के लिए ट्रेनें ही आवागमन का सबसे बड़ा सहारा थीं। इनके बंद हो जाने की वजह से लोगों को जिला मुख्यालय लहेरियासराय की 7 किलोमीटर की दूरी 30 किलोमीटर चल कर तय करनी पड़ रही है। अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे लेकर पैदल काफी दूर तक चलना पड़ता है।
स्थानीय निवासी रवि चौधरी की माने तो वे लोग फिलहाल बहुत मुसीबत में हैं। उन्हें कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि वे क्या करें। ट्रेन बंद हो जाने से काफी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि ट्रेनें ही यहां की बड़ी आबादी के लिए सबसे बड़ा सहारा थीं। अब यदि कोई इमरजेंसी हो या फिर कोई बीमार हो तो जिला मुख्यालय जाने के लिए पहले जो दूरी 7 किलोमीटर तय करनी पड़ती थी। अब वह बढ़कर 30 किलोमीटर हो गई है। उसमें भी कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पानी अब भी बढ़ रहा है जिसकी वजह से ट्रेनों का परिचालन बंद है। ट्रेने कब फिर दोबारा शुरू होगी यह कहना मुश्किल है।
स्थानीय चौकीदार रामबली पासवान का कहना है कि ट्रेनों से ही लोग अपना व्यवसाय करते थे। कई लोग तो ट्रेन से ही मजदूरी करने जाते थे। ट्रेन बंद हो जाने से लोगों के समक्ष रोजी-रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गयी है। एक तो पहले से ही कोरोना की मार लोगों ने झेली है। कोरोना के कारण लोगों की नौकरियां चली गयी है। रोजगार की समस्या इन दिनों सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आई है।
ऊपर से ट्रेनों का परिचालन बंद होने से लोग रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में भी नहीं जा पा रहे हैं। ट्रेन के बंद हो जाने से यहां अब सब कुछ ठप पड़ गया है। यहां पानी भी लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में ट्रेन फिर से कब शुरू होगी इसका कोई ठिकाना नहीं है। वहीं दरभंगा रेलवे स्टेशन डायरेक्टर पुष्कर कुमार ने बताया कि दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड पर हायाघाट और थलवारा के बीच बागमती नदी पर बने पुल संख्या 16 पर पानी खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है।
इस वजह से रेलखंड के अप और डाउन रेल लाइन पर ट्रेनों का परिचालन स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि दरभंगा से होकर समस्तीपुर होते हुए भागलपुर और पटना जाने वाली पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। साथ ही लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों को सीतामढ़ी मुजफ्फरपुर होते हुए चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कई ट्रेनों को सीमित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि रेलवे हर पल स्थिति पर नजर रख रही है और स्थिति सामान्य होने पर ट्रेनों का परिचालन बहाल कर दिया जाएगा।





