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1st Bihar Published by: 2 Updated Sat, 29 Jun 2019 11:20:46 AM IST
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PATNA: ट्रिपल तलाक के मसले पर बीजेपी को समर्थन देने से इंकार करने वाले नीतीश कुमार ने आज एक दूसरे अहम मामले में भी ना कह दिया है. नीतीश ने आज साफ साफ कह दिया कि कश्मीर से धारा 370 हटाने के मामले में वे बीजेपी का साथ नहीं देंगे. यानि केंद्र सरकार ऐसा प्रस्ताव लाती है तो जदयू विरोध में वोटिंग करेगी. नीतीश के लगातार इंकार से जदयू-भाजपा की दोस्ती पर कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. नीतीश की ना संसद में आज जिस वक्त अमित शाह कश्मीर मसले पर बोल रहे थे ठीक उसी वक्त नीतीश कुमार बिहार विधानसभा के अपने चैंबर में पत्रकारों से बात कर रहे थे. नीतीश ने कहा कि धारा 370 पर उनकी पार्टी का स्टैंड पहले से ही क्लीयर है. इसमें बदलाव की कोई गुंजाइश नहीं है. नीतीश इतना ही बोलकर चुप हो गये. वहां मौजूद पत्रकार नीतीश के इंकार के असर का आकलन करते रह गये. सुशील मोदी ने मांगा था समर्थन दरअसल धारा 370 को लेकर सुशील मोदी ने समर्थन मांगा था. सुशील मोदी ने ट्विट कर कहा था कि लोकसभा चुनाव में जनता ने कश्मीर से धारा 370 हटाने और अलगाववादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का जनादेश दिया है. ऐसे में इस मसले पर नरम रूख रखने वाले दलों को अपने स्टैंड पर पुनर्विचार करना चाहिये. सुशील मोदी ने अपने ट्विट में किसी खास दल का नाम नहीं लिया था. लेकिन माना यही जा रहा है कि वे नीतीश कुमार से अपना स्टैंड बदलने को कह रहे हैं. शायद मोदी इशारों में ये भी याद दिला रहे थे कि नीतीश कुमार की पार्टी के भी जो सांसद जीते हैं उन्हें भी कश्मीर से धारा 370 हटाने के वादे पर ही जनता ने वोट दिया है. लेकिन नीतीश ने सुशील मोदी का कोई नोटिस नहीं लिया. तो कितने दिन चलेगी दोस्ती? सियासी गलियारे में सवाल यही उठ रहा है कि अब जदयू-भाजपा की दोस्ती कितने दिन चलेगी. केंद्र में मंत्रिमंडल के गठन के समय से ही गठबंधन की गांठें खुलनी शुरू हो गयी थी. ट्रिपल तलाक पर जदयू के स्टैंड से बीजेपी में बेचैनी है. कश्मीर मसले पर भी संसद में जदयू ने विरोध किया तो क्या बीजेपी इसे बर्दाश्त कर लेगी. पर्दे के पीछे कई तरह के खेल जारी होने के भी संकेत मिल रहे हैं. यानि बिहार की राजनीति फिर से नयी करवट ले सकती है.