ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: हिंदू स्वाभिमान संगठन के कार्यकर्ताओं ने NDA उम्मीदवार को खदेड़ा, दिखाया काला झंडा CBSE Board Exam 2026: CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की फाइनल डेटशीट जारी, दो बार होगी दसवीं की परीक्षा CBSE Board Exam 2026: CBSE 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की फाइनल डेटशीट जारी, दो बार होगी दसवीं की परीक्षा Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Politics: ‘14 नवंबर को बिहार की जनता देगी जवाब’, युवा चेतना सुप्रीमो रोहित सिंह का तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: गौराबौराम से VIP के संतोष सहनी महागठबंधन के उम्मीदवार घोषित, तेजस्वी यादव ने दिया जीत का आशीर्वाद Bihar Election 2025: बिहार में राजनीतिक रंजिश को लेकर मारपीट, ‘हाथी’ बनाम ‘लालटेन’ के विवाद को लेकर बवाल Test Cricket : टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली बार होगा बड़ा बदलाव, लंच और टी ब्रेक का क्रम बदला जाएगा; जानिए क्या है वजह Bihar Voter Service : चुनावी सहायता अब आसान, बीएलओ के साथ करें कॉल बुक, इस टोल फ्री नंबर पर हल होंगी सभी दुविधाएं

डुमरांव रियासत के महाराजा रहे कमल सिंह का निधन, शाहाबाद जिले के पहले सांसद ने 94 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

1st Bihar Published by: Updated Sun, 05 Jan 2020 08:04:25 AM IST

डुमरांव रियासत के महाराजा रहे कमल सिंह का निधन, शाहाबाद जिले के पहले सांसद ने 94 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

- फ़ोटो

BUXAR : डुमरांव रियासत के महाराजा और स्वतंत्र भारत के शाहाबाद जिले से पहली बार सांसद रह चुके महाराजा बहादुर कमल सिंह का निधन हो गया है। महाराजा कमल सिंह ने आज यानी रविवार की सुबह अंतिम सांस ली। 94 साल के महाराजा बहादुर कमल सिंह का निधन बक्सर के नया भोजपुरी स्थित अपनी कोठी में ही हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डुमरांव महाराज के निधन पर शोक जताया है।


29 सितंबर 1926 को महाराजा कमल सिंह का जन्म हुआ था उनका व्यक्तित्व बेहद शानदार था डुमराव राजघराने की तरफ से महाराजा कमल सिंह के पौत्र शिवांग विजय सिंह ने उनके निधन की पुष्टि की है। कमल सिंह कई बार बक्सर संसदीय क्षेत्र के सांसद रहे उनके पुत्र फिलहाल बीजेपी में शामिल है। 


डुमराव महाराज के निधन की खबर सुनने के बाद पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई। हर तरफ से लोगों के डुमराव कोच्चि पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।