झारखंड में रेल हादसा: दीवार तोड़ खड़ी ट्रेन से टकराई मालगाड़ी, मची अफरा-तफरी Bihar News: बिहार में वोटिंग के बाद पुलिस का फ्लैग मार्च, जिला प्रशासन ने आम लोगों से की यह अपील Bihar News: बिहार में वोटिंग के बाद पुलिस का फ्लैग मार्च, जिला प्रशासन ने आम लोगों से की यह अपील Bihar Election 2025: पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह के खिलाफ केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला? Bihar Election 2025: पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह के खिलाफ केस दर्ज, जानिए.. क्या है मामला? पटना में गोल इंटरनेशनल स्कूल का भव्य शुभारंभ, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में नए युग की शुरुआत Air India Express bomb threat: एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में बम की धमकी, विमान की कराई गई इमरजेंसी लैंडिग; एयरपोर्ट पर अलर्ट Air India Express bomb threat: एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में बम की धमकी, विमान की कराई गई इमरजेंसी लैंडिग; एयरपोर्ट पर अलर्ट अरवल में DM अभिलाषा शर्मा ने मतगणना केन्द्र का किया निरीक्षण, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था का भी लिया जायजा Bihar Crime News: अवैध हथियारों के खिलाफ बिहार STF का बड़ा एक्शन, पांच गिरफ्तार; भारी मात्रा में हथियार बरामद
1st Bihar Published by: Updated Sat, 28 Aug 2021 04:29:58 PM IST
- फ़ोटो
DESK : यूपी के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगुतल्लाह अंसारी और उनके बेटे मन्नू अंसारी ने आज दल बल के साथ समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. सिबगुतल्लाह अंसारी गाजीपुर जिले की मुहम्मदाबाद सीट से दो बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं.
सिबगतुल्लाह अंसारी बड़ी संख्या में अपने समर्थकों को लेकर यूपी की राजधानी लखनउ पहुंचे थंे. यहां पर उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. वहीं इस दौरान बलिया जिले के कद्दावर नेताओं में शुमार पूर्व मंत्री अंबिका चैधरी ने भी बसपा को छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.
मालूम हो कि अंसारी परिवार पहले भी समाजवादी पार्टी में ही था लेकिन बीच के दिनों में रिश्तों में खटास आई तो समाजवादी पार्टी से नाता टूट गया. सिबगुतल्लाह अंसारी 2007 और 2012 में गाजीपुर जनपद की मोहम्मदाबाद सीट से विधायक रह चुके हैं, हालांकि 2017 में उन्हें भाजपा की अलका राय ने पराजित होना पड़ा था.
बता दें कि अतीत में मुख्तार अंसारी ने कौमी एकता दल के नाम से अपनी पार्टी भी बनाई थी. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में कर दिया था. उस दौर में अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी की छवि सुधारने के उद्देश्य से इस विलय का विरोध कर दिया था, जिसकी वजह से पूरे अंसारी परिवार को समाजवादी पार्टी से बाहर होना पड़ा था.
वो दौर अंसारी परिवार के लिए बेहद मुश्किलों भरा था. मायावती ने इस दौर में अंसारी परिवार को गले लगाया. मउ की सदर सीट से मुख्तार अंसारी को बसपा का टिकट मिल गया. मुख्तार के बेटे अब्बास को घोसी सीट से बसपा का उम्मीदवार बनाया गया जबकि मोहम्मदाबाद सीट से सिबगतुल्लाह अंसारी को टिकट मिला. मुख्तार को छोड़कर परिवार के सभी सदस्य चुनाव हार गए.
वहीं 2019के लोकसभा चुनाव में भाजपा की आंधी में भी बसपा उम्मीदवार के तौर पर मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर से लड़े और भाजपा के दिग्गज नेता मनोज सिन्हा को हरा कर जीत दर्ज की.