PATNA : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दरभंगा की सभा में तेजस्वी यादव को बिहार का शहजादा करार दिया और कहा कि वे राज्य को अपनी जागीर समझते हैं। इसके बाद अब पीएम मोदी के इस बयान पर तेजस्वी यादव ने भी पलटवार किया है। तेजस्वी ने कहा है कि प्रधानमंत्री जी “पीरजादा” हैं इसलिए मुझे “शहजादा”बोल रहे है।
दरअसल, पीएम मोदी ने कल अपनी चुनावी जनसभा में कहा था कि दिल्ली में जिस तरह एक शहजादे (राहुल गांधी) हैं, उसी तरह पटना में भी एक शहजादे (तेजस्वी यादव) हैं। एक शहजादा पूरे देश को तो दूसरा पूरे बिहार को अपनी जागीर समझता है। उसके बाद अब इसका तेजस्वी ने अपने ही तरीके से पलटवार किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री जी “पीरजादा” हैं इसलिए मुझे “शहजादा” बोल रहे हैं।
तेजस्वी ने कहा कि पीरजादे यानी बुजुर्ग हैं। वो 𝐏𝐌 हैं, हम छोटे लोगों को कुछ भी बोल सकते हैं। उनका हक है कि वे कहीं भी, कुछ भी, कैसे भी बोल सकते हैं। लेकिन वे झूठ अधिक बोलते हैं। मिथिला की धरती प्रबुद्ध लोगों की धरा है, यहाँ के लोग PM से बेकार की नहीं काम की बात सुनना चाहते हैं। तेजस्वी ने यह भी कहा कि बिहार में बीजेपी की हालत बहुत खराब है। लोग झूठे वादों से ऊब चुके हैं।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि 17 साल से बिहार में एनडीए की सरकार है। झंझारपुर हो, मधुबनी हो, दरभंगा हो.. यहां लगातार एनडीए के सांसद रहे हैं, लेकिन पीएम मोदी यहां के लिए कुछ नहीं किया। जब पीएम नरेंद्र मोदी आए तो वे दरभंगा एम्स देखने भी चले जाते। लोग ढूंढ रहे हैं कि एम्स कहां हैं? पता नहीं प्रधानमंत्री को कौन जानकारी देता है कि यहां एम्स बन गया है। एम्स के लिए जमीन तो हमने दी थी।
उधर, मोदी ने कहा था कि बीते कल 2007 में बिहार के शहजादे (तेजस्वी यादव) के पिता (लालू) ने मुस्लिमों को आरक्षण में से निकालकर कोटा देने की मांग की थी। रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने रेलवे में मुसलमानों को कोटा देने की मांग की थी। ये एससी, एसटी, ओबीसी का हक छिनकर मुस्लिमों को देना चाहते हैं। धर्म के आधार पर आरक्षण कटेगा तो यादव, कुर्मी जैसे समाज का हक भी बंटेगा। पासवान, मुसहर, रविदास समाज के हक पर वह डाका डालने की फिराक में हैं।