Bihar Elections 2025: 'सफेद शर्ट में मूंछ पर ताव दे कर नॉमिनेशन का दंभ भर रहे पूर्व विधायक जी, बड़का नेता दे रखे हैं भरोसा; पर अभी पार्टी दफ्तर से नहीं मिल रहा कोई संदेश; कब बनेगी बात महागठबंधन से बड़ी खबर: कांग्रेस औऱ सहनी की डिमांड से परेशान RJD ने तय किये पहले चरण के उम्मीदवार, आज से देना शुरू करेगी सिंबल Bihar politics news : शाहाबाद और मगध को लेकर BJP ने तैयार की ख़ास रणनीति; इस बार फंस जाएंगे तेजस्वी ! पीके के लिस्ट पर भी हुई अंदरखाने चर्चा Road Accident: तेज रफ्तार स्कॉर्पियो पलटी, चार लोग गंभीर रुप से घायल Kantara Chapter Day 8: ‘कांतारा चैप्टर 1’ बनी साल की दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म, जानें कितनी हुई कमाई Bihar News: नामांकन से पहले 1125 लीटर शराब बरामद, ट्रक चालक गिरफ्तार EC Action : बुरे फंसे सांसद पप्पू यादव, आदर्श आचार संहिता का केस दर्ज; जानिए क्या है वजह Bihar Election 2025: EC का बड़ा फैसला, बिहार चुनाव में 8.5 लाख अधिकारियों की तैनाती तय; आयोग ने जारी किया नोटिफिकेशन Fake Job Abroad: अमेरिका और यूरोप में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, जालसाजी में फंसे बिहार के 300 बेरोजगार युवक Karwa Chauth 2025 : प्रेम, तपस्या और चंद्रमा की इंतज़ार भरी रात, जाने कब दिखेगा चांद?
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 18 Dec 2024 07:41:51 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के सरकारी स्कूलों (government schools of bihar) में अब किसी तरह का फर्जीवाड़ा नहीं चलेगा। बच्चों की उपस्थिति कम होने के बावजूद उपस्थिति अधिक दिखाने वाले स्कूलों की अब खैर नहीं है। शिक्षा विभाग (Bihar Education department) ने अब ऐसे तैयारी कर दी है कि अटेंडेंस में किसी तरह की चालाकी काम नहीं आएगी। ऐसे में अटेंडेंस (attendance) में फर्जीवाड़ा करने वाले शिक्षक और स्कूल सचेत हो जाएं।
दरअसल, बिहार के शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक नया डिजिटल सिस्टम लागू करने की तैयारी कर ली है। इस सिस्टम के तहत, शिक्षकों को टैबलेट पर बच्चों की हाजिरी दर्ज करनी होगी। कक्षा में उपस्थित प्रत्येक बच्चे की तस्वीर भी अपलोड करनी होगी।
एक सॉफ्टवेयर इस तस्वीर और दर्ज की गई हाजिरी का मिलान करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जो बच्चे कक्षा में उपस्थित थे, उनकी हाजिरी भी दर्ज की गई है। अगर कोई शिक्षक हाजिरी में हेरफेर करने की कोशिश करता है, तो सॉफ्टवेयर इसे तुरंत पता लगा लेगा।
इस सिस्टम के लागू होने से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। अब तक, कई स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होने के बावजूद भी हाजिरी ज्यादा दिखाई जाती थी, लेकिन इस नए सिस्टम से यह संभव नहीं होगा। राज्यभर के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को इस सिस्टम का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
जनवरी 2025 से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने की उम्मीद है और मार्च तक इस सिस्टम को पूरी तरह से लागू करने की योजना है। इस सिस्टम के माध्यम से, शिक्षा विभाग स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति पर बेहतर नजर रख पाएगा और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए आवश्यक कदम उठा सकेगा।