ब्रेकिंग न्यूज़

Train News: इस रूट पर एक जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का होगा परिचालन, जयनगर-नई दिल्ली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस का यहां होगा ठहराव Train News: इस रूट पर एक जोड़ी स्पेशल ट्रेनों का होगा परिचालन, जयनगर-नई दिल्ली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस का यहां होगा ठहराव Bihar News: बिहार के भ्रष्ट कार्यपालक पदाधिकारी के ठिकानों पर EOU की छापेमारी, करोड़ों की संपत्ति की जांच जारी Bihar News: बिहार के भ्रष्ट कार्यपालक पदाधिकारी के ठिकानों पर EOU की छापेमारी, करोड़ों की संपत्ति की जांच जारी किशनगंज की जनता से बोले प्रशांत किशोर, कहा..आपके वोट से राजा बनता है, लेकिन बच्चे अनपढ़ रह जाते हैं Bihar News: बिहार में मिड डे मील में गिरी छिपकली, भोजन खाने के बाद तीन बच्चे बेहोश; ग्रामीणों ने स्कूल को घेरा Bihar News: बिहार में मिड डे मील में गिरी छिपकली, भोजन खाने के बाद तीन बच्चे बेहोश; ग्रामीणों ने स्कूल को घेरा PM Modi Bihar Visit: 22 अगस्त को पीएम मोदी का बिहार दौरा, SPG के जवानों ने संभाला मोर्चा; चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर PM Modi Bihar Visit: 22 अगस्त को पीएम मोदी का बिहार दौरा, SPG के जवानों ने संभाला मोर्चा; चप्पे-चप्पे पर पैनी नजर Bihar News: तालाब में डूबने से तीन साल के मासूम की मौत, खेलने के दौरान हुआ हादसा

इन विभूतियों ने बढ़ाया बिहार की मान : राष्ट्रपति ने किया पद्मश्री से सम्मानित

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 10 May 2024 06:58:33 AM IST

 इन विभूतियों ने बढ़ाया बिहार की मान : राष्ट्रपति ने किया पद्मश्री से सम्मानित

- फ़ोटो

PATNA : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिहार के अशोक कुमार विश्वास, सुरेन्द्र किशोर और पं. रामकुमार मल्लिक को नागरिक अलंकरण समारोह में पद्मश्री से सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में अशोक कुमार विश्वास व पं. रामकुमार मल्लिक को कला और सुरेन्द्र किशोर को साहित्य व शिक्षा के क्षेत्र में सम्मानित किया गया है।


सुरेन्द्र किशोर प्रसिद्ध पत्रकार हैं। उनका जन्म 2 जनवरी, 1947 को सारण जिला के भराहापुर गांव के एक किसान परिवार में हुआ था। उन्होंने इतिहास में बीए (ऑनर्स) की डिग्री ली। उन्होंने वर्ष 1977 में मुख्यधारा की पत्रकारिता में प्रवेश किया। वे पिछले पांच दशकों से पत्रकारिता कर रहे हैं। इस दौरान ‘हिन्दुस्तान’ समेत कई पत्र-पत्रिकाओं में महत्वपूर्ण पद संभाल चुके हैं। उनके पास समृद्ध निजी पुस्तकालय और संदर्भ संग्रह भी है। वे अपनी विनम्रता, सादगी और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं। 


वहीं, पं. रामकुमार मल्लिक 500 वर्षों से चली आ रही  दरभंगा की ध्रुपद परंपरा के सबसे पुराने संगीतकारों में एक हैं। 10 फरवरी, 1957 को जन्मे पं. रामकुमार मल्लिक दरभंगा घराने (मल्लिक घराना) के विख्यात संगीत परिवार से हैं। वे इस संगीत वंश की 12वीं पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं। ध्रुपद संगीत में उनका प्रशिक्षण बहुत छोटी सी उम्र में उनके पिता स्व. पं. विदुर मल्लिक और दादा प्रसिद्ध ध्रुपद गायक स्व. पं. सुखदेव मल्लिक के मार्गदर्शन में शुरू हुआ। उन्हें ध्रुपद ही नहीं, बल्कि खयाल, ठुमरी, दादरा, विद्यापति गीत के साथ-साथ भजन में भी महारत हासिल की है।


उधर, अशोक कुमार विश्वास का जन्म 3 अक्टूबर, 1956 को रोहतास में हुआ है। वे एक सम्पन्न लोक कलाकार हैं। उन्होंने बिहार के ग्रामीण और उप शहरी क्षेत्रों की महिलाओं के उत्थान के लिए लोक चित्रकला के रूप में बदलाव लाते हुए उन्हें नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया। उन्होंने मौर्यकालीन प्राचीन शिल्प टिकुली कला को पुनर्जीवित करने के लिए अपने जीवन के पांच दशक लगा दिए।