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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 21 Feb 2023 01:09:23 PM IST
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PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सियासी पटखनी देकर अलग पार्टी बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा का मोदी प्रेम उमड़ने लगा है। जेडीयू को छोड़ आरएलजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने उपेंद्र कुशवाहा ने आज एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी एकता की मुहिम को लेकर बड़ा हमला बोला है। 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष के पीएम पद के उम्मीदवार के सवाल पर कुशवाहा ने कहा है कि पूरे देश में विपक्ष के दर्जनों प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घूम रहे हैं लेकिन किसी का एक दूसरे से कोई तारतम्य नहीं है। ऐसे में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी को टक्कर देने वाला कोई नहीं है।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को लेकर जो मुहिम चला रहे हैं उसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा है। अभी तक की जो स्थिति है उसमें विपक्ष अलग-अलग है। प्रधानमंत्री के दर्जनभर उम्मीदवार पूरे देश में घूम रहे हैं। कांग्रेस विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी है। नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इन लोगों का कोई तारतम्य नहीं बैठ रहा है। ऐसी हालत में 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी के सामने कोई चुनौती नहीं है।
बता दें कि एनडीए से अलग होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टुकड़ों में बंटे विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम शुरू कर दी थी। इसी मुहिम के तहत नीतीश तीन दिनों तक दिल्ली प्रवास पर रहे थे और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ साथ तमाम विपक्षी दलों के बड़े नेताओं से मुलाकात की थी। हालांकि सोनिया गांधी से लालू और नीतीश की मुलाकात की तस्वीरें सामने नहीं आने पर खूब राजनीति हुई थी। बीजेपी ने कहा था कि सोनिया गांधी ने बिना मुलाकात किए ही लालू और नीतीश को दरवाजे से ही लौटा दिया। इसके बाद से विपक्षी एकजुटता की मुहिम ठंडी पड़ती दिख रही थी हालांकि बीच बीच में एकजुटता को दिखाने के लिए नीतीश और तेजस्वी की मुलाकात विपक्षी दलों के नेताओं से होती रही लेकिन इसका कुछ खास असर देखने को नहीं मिला है।
नीतीश की ठंडी पड़ चुकी विपक्षी एकजुटता की मुहिम को एक बार फिर से धार देने की कोशिश शुरू की गई है। सीपीआई(एम) के दो दिवसीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव समेत विपक्ष के तमाम नेता शामिल हुए और विपक्ष को एकजुट करने का संकल्प लिया था। इस सबके बीच विपक्ष की सबसे बड़ी और अहम पार्टी कांग्रेस वेट एंड वॉच की स्थिति में है। विपक्षी एकता को लेकर अबतक कांग्रेस की तरफ से कोई खास पहल नहीं हो सकी है। अब नीतीश और तेजस्वी समेत बिहार के सभी विपक्षी दलों की नजर कांग्रेस पर है। माले के मंच से नीतीश और तेजस्वी ने विपक्षी एकता को लेकर कांग्रेस से पहल करने की अपील की थी। बहरहाल अब बीजेपी के साथ साथ नीतीश से अलग हुए उपेंद्र कुशवाहा ने भी खुले तौर पर कह दिया है कि 2024 में नरेंद्र मोदी के सामने कोई चुनौती नहीं है।