Bihar News: 14 वर्षीय महादलित किशोर पर अत्याचार, 4 महीने तक प्रताड़ित करती रही सेठानी Bihar barat murder: शादी समारोह के दौरान नर्तकियों से अश्लीलता का विरोध बना मौत का कारण! Bihar Premier League: IPL की तर्ज पर BPL में छक्के बरसाते नजर आएंगे वैभव सूर्यवंशी, इस महीने से होगा आयोजन Varanasi to Kolkata highway: बिहार से होकर गुजरेगा 6 लेन एक्सप्रेसवे, 35,228 करोड़ की लागत से होगा निर्माण CBSE Important Notice: रिजल्ट से पहले CBSE ने कर दिया बड़ा बदलाव, बोर्ड का ये नोटिस देख लें छात्र High Speed Trains: भारतीय रेलवे ने बदली 'हाई स्पीड ट्रेन' की परिभाषा, अब इतने किमी/घंटे से अधिक रफ्तार वाली ट्रेनों को ही मिलेगा यह विशेष तमगा Bihar weather update: बिहार में सुकून देने वाला रहेगा मौसम, बारिश और ठनका की भी संभावना Bihar Postal Service: ट्रेन और हवाई जहाज से भी कम समय में आपका सामान दिल्ली पहुंचाएगा डाक विभाग; जानिए क्या है नया प्लान BIHAR TEACHER NEWS : शिक्षकों को मिली बड़ी खुशखबरी, पटना HC ने दिया बड़ा आदेश; पढ़िए यह खबर Adulterated Ice Cream: कहीं आप भी अपने बच्चों को तो नहीं खिला रहे मिलावटी आइसक्रीम? इन आसान तरीकों से करें असली और नकली की पहचान
1st Bihar Published by: Updated Wed, 15 Sep 2021 09:09:57 PM IST
- फ़ोटो
SITAMARHI: जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ की गलत रिपोर्ट सरकार के सामने पेश की गयी है। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि जिले के विधायकों का कहना है। जेडीयू विधायक पंकज मिश्रा और आरजेडी विधायक मुकेश यादव ने यह बातें कहीं। जिला प्रशासन की रिपोर्ट को लेकर इन विधायकों ने हंगामा भी किया। यह हंगामा सीतामढ़ी समाहरणालय में आयोजित जिले के प्रभारी मंत्री जमा खान की अध्यक्षता में हो रही बैठक में हुआ। बैठक के दौरान ही विधायकों ने रिपोर्ट पर सवालिया निशान खड़े कर दिये। इसे लेकर अपना रोष प्रकट किया। विधायकों ने हंगामे को देखते हुए प्रभारी मंत्री जमा खान ने जिला प्रशासन को दोबारा रिपोर्ट बनाने का आदेश दे दिया।
रुन्नीसैदपुर के जदयू विधायक पंकज मिश्रा ने कहा कि यदि यह रिपोर्ट फिर से नहीं बनाई गयी तो वे आंदोलन करेंगे। पंकज मिश्रा ने कहा कि रिपोर्ट तैयार करने वाले पदाधिकारियों से बस यही कहना चाहते है कि धरातल पर जाकर पूरी जांच करें। मेरे विधानसभा में 38 पंचायत है और सभी में बाढ़ की स्थिति थी। बाढ़ से इलाके के लोगों को भारी क्षति हुई है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 30 प्रतिशत फसल भी खेत में नहीं बचे हैं। 70 प्रतिशत जमीन खाली पड़े है जिस पर किसी तरह की फसले नहीं दिखेगी।
बाढ़ के कारण ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है जबकि जो रिपोर्ट तैयार किया गया है उसमें कई त्रुटियां है। हम उस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं है। यह रिपोर्ट पूरी तरह से गलत है जो घर में बैठकर बनाया गया है। इस दौरान बैठक में आरजेडी विधायक मुकेश यादव भी थे उन्होंने भी जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर हमला बोलते हुए कहा कि यह रिपोर्ट बिलकुल गलत रिपोर्ट है। मुकेश यादव भी कहते है कि यदि सही रिपोर्ट नहीं भेजी गयी तो वे भी धरना और प्रदर्शन करेंगे।
ऐसे में अब जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर सवाल खड़े हो रहे हैं। विपक्ष के साथ साथ सत्ता पक्ष भी रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर रहे हैं। विधायकों की नाराजगी को देखते हुए जिले के प्रभारी मंत्री जमा खान को सामने आना पड़ा। जमा खान ने यह आश्वासन दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का फिर से आकलन होगा और फिर से रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेजा जाएगा।
जमा खान का कहना था कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की रिपोर्ट सही तरीके से तैयार नहीं की गयी है। इस बात को लेकर सत्ता और विपक्षी पार्टी के विधायक नाराज है। वे इस रिपोर्ट को कैंसिल कर फिर से रिपोर्ट तैयार करने की मांग कर रहे हैं। विधायकों की बातों को संज्ञान में लेते हुए जिले के प्रभारी मंत्री जमा खान ने जिला प्रशासन को फिर से रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है।