ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: खौलते तेल की कड़ाई में गिरी होमगार्ड के साथ दो लड़कियां, जानें फिर क्या हुआ? Bihar Election 2025 : नवादा में राजद नेता की गाड़ी पर 10 राउंड फायरिंग, बाल-बाल बचे नेता; इलाके में फैली दहशत Bihar Election 2025: ‘एनडीए जनता के जनादेश से सरकार नहीं बनाती’, मुकेश सहनी का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘एनडीए जनता के जनादेश से सरकार नहीं बनाती’, मुकेश सहनी का बड़ा हमला Bihar News: बिहार के अस्पताल में स्टाफ पर एसिड अटैक, बाल-बाल बची जान Bihar Election 2025 : 'मुस्लिम हमारे पूर्वजों की संतानें ...', दुसरे चरण की वोटिंग से पहले बढ़ जाएगी BJP की टेंशन, अब कैसे सिमांचल में मिलेगी बढ़त ? Bihar News: बिहार में फंदे से लटका मिला युवक का शव, भाई ने कहा "हत्या हुई है" Bihar Crime News: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, भारी मात्रा में हथियार बरामद Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले BJP को मिली बड़ी सफलता, 122 में से 107 सीटों पर हुई जीत; बढ़ गई विपक्ष की टेंशन Bihar Crime News: बिहार में राजस्थान पुलिस की छापेमारी से हड़कंप, 50 लाख की चोरी से जुड़े मामले में एक्शन

कचरा प्रबंधन में नाकाम नीतीश-तेजस्वी की सरकार!, NGT ने चार हजार करोड़ का जुर्माना ठोका

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 05 May 2023 06:59:19 PM IST

कचरा प्रबंधन में नाकाम नीतीश-तेजस्वी की सरकार!, NGT ने चार हजार करोड़ का जुर्माना ठोका

- फ़ोटो

PATNA: कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में नाकाम साबित हो रही नीतीश-तेजस्वी की सरकार को बड़ा झटका लगा है। ठोस और तरल कचरे को वैज्ञानिक रूप से प्रबंधन में विफल बिहार सरकार पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण यानी एनजीटी ने चार हजार करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। एनजीटी की कोर्ट ने बिहार सरकार को दो महीन के भीतर जुर्माने की राशि को जमा करने का निर्देश दिया है।


मामले की सुनवाई के दौरान एनजीटी के चीफ जस्टिस ए.के गोयल की बेंच ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के फैसलों का उल्लंघन कर ठोस और तरल कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन में नाकाम साबित होने के कारण राज्य सरकार पर चार हजार करोड़ रुपए का आर्थिक जुर्माना लगाया जाता है। बिहार सरकार को दो महीने के भीतर ‘रिंग फेस खाते’ में जुर्माने की राशि को जमा करना होगा।


बेंच ने कहा कि जुर्माने की राशि से ठोस अपशिष्ट प्रसंस्करण सुविधाओं की स्थापना, पुराने कचरे के उपचार और जलमल उपचार संयंत्रों को स्थापित करने के लिए किया जाएगा, ताकि बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सके। बेंच ने बिहार सरकार को सुझाव दिया है कि वह उपयुक्त जगहों पर खाद बनाने में गीले कचरे का इस्तेमाल करने के लिए बेहतर विकल्पों को तलाश करे।