MADHUBANI: मधुबनी में प्रेम विवाह बना जानलेवा, लड़की के परिवार ने लड़के के पिता की कर दी हत्या BIHAR: शादी समारोह में हर्ष फायरिंग, 13 साल का बच्चे और वेटर को लगी गोली SAHARSA: नाला निर्माण के विवाद को लेकर बाप-बेटे की पिटाई, इलाज के दौरान युवक की मौत BIHAR: हाजीपुर सदर अस्पताल से 2 साल का बच्चा गायब, CCTV खंगालने में जुटी पुलिस BIHAR: बसंतपुर गांव में शोक की लहर, ट्रेन हादसे में 22 वर्षीय गुड्डू सिंह की मौत Air Marshal AK Bharti: कौन हैं एयर मार्शल एके भारती, जिन्होंने पाकिस्तान को सुनाई रामचरित मानस की चौपाई? जानिए.. Bihar News: स्टेज शो के दौरान माही-मनीषा के साथ मारपीट, अस्पताल में कराना पड़ा एडमिट Bihar News: स्टेज शो के दौरान माही-मनीषा के साथ मारपीट, अस्पताल में कराना पड़ा एडमिट Life Style: अच्छे काम पर जाते वक्त क्यों खिलाया जाता है दही-चीनी? धार्मिक ही नहीं वैज्ञानिक वजह भी जान लीजिए.. Bihar News: निगरानी ने सार्वजनिक की बिहार के दागी अफसरों की जानकारी, सरकार को भेजी रिपोर्ट
1st Bihar Published by: Updated Sun, 01 Mar 2020 02:19:32 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार के कोने-कोने से पार्टी कार्यकर्ताओं को जुटाने का दावा करने वाले नीतीश कुमार गांधी मैदान में कोई नई बात नहीं कर सके। नीतीश कुमार पिछले कुछ अरसे से जिन मुद्दों पर बोलते रहे हैं आज भी उन्होंने वही बातें दोहरा दी। उम्मीद जताई जा रही थी कि जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में नीतीश कुमार पार्टी के सिपाहियों को इलेक्शन विजन देते वक्त कुछ नयी बातों को रखेंगे लेकिन नीतीश कुमार का संबोधन 15 साल के आरजेडी शासन काल बनाम 15 साल के जेडीयू शासनकाल से आगे नहीं बढ़ पाया।
नीतीश कुमार ने जेडीयू कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर यह बताने का होमवर्क दिया कि बिहार में उनकी सरकार ने लोगों के लिए क्या काम किया बिहार में विकास की रफ्तार कितनी तेज बनी और सूबे में कैसे कानून का राज कायम हुआ। नीतीश कुमार जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में अपनी सरकार के कामों का जिक्र तो कर रहे थे लेकिन उन्हें इस बात की चिंता जरूर सता रही थी कि चुनावी साल में संगठन की ताकत उच्च स्तर पर मजबूत नहीं है जैसी उम्मीद उन्होंने कर रखी थी।
गांधी मैदान में जदयू कार्यकर्ताओं की मौजूदगी कम होने से नीतीश कुमार को निराशा हुई होगी। नीतीश कुमार और उनकी पार्टी ने लगातार यह दावा किया था कि गांधी मैदान में लाखों कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई लेकिन कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार को धोखा दे दिया।