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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 11 Jun 2023 05:46:36 PM IST
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PATNA: आगामी 23 जून को विपक्षी दलों की बड़ी बैठक पटना में होने जा रही है। पहले यह बैठक 11 जून को होने वाली थी लेकिन मीटिंग में कांग्रेस की तरफ से किसी बड़े नेता के शामिल नहीं होने के कारण बैठक को स्थगित कर दिया गया था, बाद में 23 जून की तिथि निर्धारित की गई। इसको लेकर भी खूब सियासत हुई। लेकिन अब सबकुछ स्पष्ट है कि 23 जून को भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों की बैठक पटना में होगी जिसमें 18 दलों के नेता शामिल होंगे।
पार्टी दफ्तर में मिलन समारोह के मौके पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कार्यकर्ताओं को मंच से संबोधित किया। कहा कि 23 जून को पटना में सारे विपक्षी दल के लोग आ रहे हैं। 18 पार्टी के लोग इस बैठक में शामिल होने के लिए पटना आ रहे है। जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के डॉ. फाहरूख अब्दुला और पिपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबुबा मुफ्ती सईद भी शामिल होंगे। पटना में होने वाली बैठक में 2024 की रणनीति पर चर्चा होगी। हम सबों का नैतिक समर्थन नीतीश कुमार को है उनकों पूर्ण सफलता जरूर मिलेगी।
ललन सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आपलोग नारा लगाते हैं कि देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो। तो हम आप सभी से यह आग्रह करेंगे की इस तरह का नारा नहीं लगाए। नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार नहीं है। नीतीश जी भाजपा मुक्त देश के निर्माण के लिए आगे बढ़े है। विपक्षी एकता को एक करने में लगे है। इन नारों से विपक्षी एकता में रुकावट पैदा होता है। इसलिए हम आग्रह करेंगे कि इस तरह की नारेबाजी कृपया ना करें।
ललन सिंह ने कहा कि आज हर चीज खतरे में हैं। आज लोकतंत्र कही बचा है क्या? पहले घोषित इमरजेंसी थी लेकिन आज अघोषित इमरजेंसी है। लोकतंत्र खतरे में है बोलने की स्वतंत्रता समाप्त हो गयी है। लोकतंत्र बहुत खतरनाक स्थिति में है। नरेंद्र मोदी यदि फिर सत्ता में आए तो आज तक के सारे इतिहास को बदल देंगे। ये बापू को भूल रहे हैं। भीम राव अंबेडकर के सिद्धांतो को समाप्त कर रहे है। जननायक के संघर्ष को समाप्त कर रहे है। केंद्र की बीजेपी सरकार आरक्षण विरोधी सरकार है। ये देश को खत्म कर रहे है इतिहास को खत्म कर रहे हैं। जितनी संवैधानिक संस्थाएं आज इस देश में है वो स्वतंत्र और निष्पक्ष नही है। सारी संवैधानिक संस्थाओं की निष्पक्षता को इन्होंने समाप्त कर दिया है सबकों डरा कर रखे हैं।
ललन सिंह ने लोकतंत्र के चौथे खंभे के बारे में कहा कि मीडिया तक को मोदी सरकार ने डरा कर रखा गया है। चौथे स्तंभ की व्यवस्था पर इनका सीधा नियंत्रण है। यही कारण है कि केंद्र सरकार के खिलाफ खबरे नहीं चलाते हैं। पुलवामा की घटना पर राज्यपाल ने जब खुलासा किया तब किसी मीडिया ने इसकी चर्चा नहीं की। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ समाप्त हो चुका है। मंच के सामने बैठे पत्रकारों को देखते हुए ललन सिंह ने कहा कि आप भी देख रहे हैं कि सच्चाई क्या है लेकिन आप भी लाचार हैं तो करियेगा क्या?
देश में धार्मिक उन्माद फैलाने का काम हो रहा है। धार्मिक उन्माद पर लोग बहस करवाते हैं। NEWS एंकर जिस तरह से चिल्ला-चिल्ला कर कहता है उससे लगता है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी खत्म हो गया है। ललन सिंह ने मोदी सरकार पर भी हमला बोला कहा कि धार्मिक उन्माद फैलाने वोट नहीं मिलता है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में क्या हुआ। वोट मिला वहां। सरकार बनती है काम के लिए काम कीजिए और अपने काम बदौलत जीत हासिल होगी।
पीएम मोदी ने कौन सा ऐसा काम किया है जिसकी चर्चा की जाए। इनमें काम करने की क्षमता नहीं है। देश में पैसा गिर रहा है लेकिन देश के प्रधानमंत्री चूं तक नहीं बोल रहे हैं। रोजगार और महंगाई पर वे चुप्पी साधे हुए हैं। धर्म के नाम पर समाज को बांटना उनकी नियती में शामिल है। लेकिन जनता सब देख रही है समय आने पर जवाब देगी। एमपी चुनाव में भी जनता जवाब देगी इससे पहले कर्नाटक में जवाब दे चुकी है। भाजपा मुक्त देश बनाने के लिए नीतीश कुमार ने संकल्प लिया और वो इसे पूरा करके ही दम लेंगे।