PATNA : जेडीयू और आरजेडी के बीच महागठबंधन में टकराव बढ़ता जा रहा है। आज सुबह से ही मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयान को लेकर जेडीयू आक्रामक है लेकिन फर्स्ट बिहार आपको बता रहा है कि दरअसल नीतीश सरकार में एक बार फिर से सुधाकर के बाद चंद्रशेखर प्रकरण ने किस तरह दोनों दलों के रिश्ते में दरार बड़ी कर दी है। कृषि मंत्री रहते हुए सुधाकर सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच कैबिनेट की बैठक के दौरान जिस तरह गर्मा गर्मी हुई थी उसी तरह का प्रकरण एक बार फिर देखने को मिला है। दरअसल, शुक्रवार को नीतीश कैबिनेट की बैठक हुई थी। नीतीश कैबिनेट की बैठक के पहले ही चंद्रशेखर के बयान पर रामचरितमानस को लेकर सियासत गर्मा चुकी थी। ऐसे में कैबिनेट की बैठक के अंदर नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को विवादित बयान पर टोक डाला।
कैबिनेट की बैठक के दौरान शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को टोकना और विवादित बयान को लेकर पूछना नीतीश कुमार को उसी तरह भारी पड़ गया जैसा सुधाकर सिंह के मामले में हुआ था। कैबिनेट की बैठक के दौरान जो कुछ हुआ उसे लेकर अधिकारिक तौर पर तो कुछ भी नहीं कहा जा सकता लेकिन सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चंद्रशेखर के बयान पर आपत्ति जताते हुए उनसे पूछा था कि क्या सब बोलते रहते हैं, इसके बाद बारी शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की थी। चंद्रशेखर ने भी तपाक से जवाब दे दिया। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने मुख्यमंत्री को जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है, यह बातें वह और कई लोग पहले भी बोल चुके हैं। इसके बावजूद नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री को इस तरह की बयानबाजी से बचने के लिए कहा था।
नीतीश कुमार और चंद्रशेखर के बीच कैबिनेट की बैठक में यह बातचीत जब हो रही थी उस वक्त डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी पास खड़े थे। तेजस्वी यादव ने सीधे-सीधे क्या कहा यह तो नहीं मालूम लेकिन उनका स्टैंड अपने मंत्री के साथ नजर आया। इसके पहले जब मुख्यमंत्री कैबिनेट की बैठक में नहीं पहुंचे थे तब भी तेजस्वी यादव ने चंद्रशेखर से उनके बयान को लेकर पूछा था। तब चंद्रशेखर ने कहा था कि उन्होंने बंच ऑफ थॉट और आरएसएस को लेकर बातें कहीं, तेजस्वी यादव अपने मंत्री के जवाब से संतुष्ट नजर आए थे। नीतीश कुमार के साथ मौजूदा सरकार में ऐसा घटनाक्रम दूसरी बार हुई है।
पहले सुधाकर सिंह ने कैबिनेट की बैठक के दौरान नीतीश कुमार को उल्टा जवाब दिया था हालांकि बाद में सुधाकर की विदाई हो गई थी लेकिन इस बार मामला दूसरा है। चंद्रशेखर का बयान कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा और पार्टी मजबूती से उनके साथ खड़ी है। दिल्ली रवाना होने से पहले तेजस्वी का इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आता है कि पार्टी का अधिकारिक रूप क्या है। ऐसे में जब नीतीश कुमार को शिक्षा मंत्री से जवाब मिला उसके बाद जेडीयू तिलमिला गई। नतीजा यह हुआ कि जेडीयू नेता लगातार यह बयान दे रहे हैं कि चंद्रशेखर के ऊपर एक्शन लिया जाना चाहिए। अब देखना होगा कि सुधाकर सिंह के मामले में जेडीयू के सामने हथियार डाल देने वाली आरजेडी चंद्रशेखर के मसले पर किस हद तक मजबूती से डटे रहती है।