ब्रेकिंग न्यूज़

पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर

महाशिवरात्रि आज, हर-हर महादेव से गूंजा शिवालय, ऐसे करें पूजा

1st Bihar Published by: Updated Fri, 21 Feb 2020 06:30:16 AM IST

महाशिवरात्रि आज, हर-हर महादेव से गूंजा शिवालय, ऐसे करें पूजा

- फ़ोटो

Desk: आज देश में महाशिवरात्रि का त्योहार पूरे उत्साह से मनाया जा रहा है. महाशिवरात्रि के अवसर पर शहर के मंदिरों और शिवालयों को बेहद आकर्षक ढंग से सजाया गया है. सुबह से ही मंदिरों और शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ लगी है. लोग महाशिवरात्री के मौके पर विशेष पूजा अर्चना कर रहे हैं. 

इस बार की शिवरात्रि अद्भुत संयोग के कारण भक्तों के लिए विशेष है. आज के दिन 9 बज कर 14 मिनट से अगले दिन 6 बजकर 54 मिनट तक सर्वार्थ सीधी योग है. इस समय भगवान शिव की पूजा करना विशेष फलदाई है. 

ऐसे करें पूजा 
देवों के देव महादेव तो लोटे भर जल से भी प्रसन्न हो जाते है. पर यदि आप विधिवत पूजा करना चाहते हैं तो पंचामृत, पुष्प, अक्षत, अष्टगंध, चन्दन, भांग-धतुरा, तिल, गन्ने का रस, शमी के पत्ते, बेलपत्र, इत्र, जनेऊ, सूखे मेवे चढ़ाएं. पूजा में बेलपत्र की संख्या 5, 7, 11, 21, 51 या 108 रखें. आज महाशिवरात्रि का व्रत रखने वाले लोग 22 फरवरी सुबह 06 बजकर 54 मिनट के बाद कभी भी पारण कर सकते हैं.

महाशिवरात्रि से जुड़ी कथाएं 
पौराणिक कथाओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे. इसी दिन पहली बार शिवलिंग की भगवान विष्णु और ब्रह्मा जी ने पूजा की थी. मान्यता है कि इस घटना के चलते महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग की विशेष पूजा की जाती है. 

वहीं दूसरी कथा ये भी है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. इसी वजह से भक्त मां पार्वती और शिव का विवाह कराते है. शहर में जगह-जगह भगवान शिव और माता पार्वती की झाकियां निकाली जाएगी.

समुद्र मंथन से भी एक कथा जुड़ी हुई है. समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत के लिए देवतओं और दानवों के बीच युद्ध चल रहा था तब अमृत निकलने से पहले कालकूट नाम का विष निकला था जिसे शिव ने अपने कंठ में ग्रहण कर लिया था. विषपान से उनका कंठ नीला हो गया और उनके शरीर का ताप बढ़ने लगा. तब सभी देवताओं ने उन पर जल चढ़ाया. तभी से भगवन शिव को जल चढ़ाने की परंपरा शुरू हुई है. इस घटना के बाद से उनका नाम नीलकंठ पड़ा.