शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा
1st Bihar Published by: Updated Thu, 13 Aug 2020 01:35:34 PM IST
- फ़ोटो
JAMMU : लंबे अंतराल के बाद कोरोना संक्रमण के बीच जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने माता वैष्णो देवी की यात्रा और दर्शन को दोबारा शुरू करने वाला था. 16 अगस्त से इसकी शुरू आत होने वाली थी. लेकिन यात्रा शुरू होने से पहले ही यहां कोरोना ने दस्तक दे दी है. माता वैष्णो देवी भवन के कुल 12 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है इन में से आठ मंदिर के पुजारी हैं. चार अन्य लोगों में तीन भजन गायक और एक जवान शामिल हैं.
फिलहाल इन सभी लोगों को आइसोलेशन वार्ड में रेफर कर दिया गया है. लेकिन ऐसे हालात में वैष्णो देवी यात्रा पर संशय पैदा हो गया है.
16 अगस्त से शुरू होने वाली वैष्णो देवी यात्रा के लिए फैसला किया गया था कि रोजाना 5000 यात्रियों को दर्शनों की अनुमति मिलेगी, जिसमें से केवल 500 यात्री प्रदेश के बाहर के हो सकते हैं. भीड़ जमा न हो इसके लिए इन यात्रियों का अपना ऑनलाइन पंजीकरण करना अनिवार्य था. साथ ही प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्रियों और जम्मू-कश्मीर में घोषित रेड जोन के यात्रियों के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य किया गया है.
इस यात्रा के दौरान कोरोना से बचने के लिए ज़रूरी सभी प्रोटोकॉल्स का भी पालन जरूरी किया गया है. वहीं, सरकार ने 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, 10 साल से कम उम्र के बच्चों को यात्रा पर आने से बचने को कहा गया है. इन धार्मिक स्थलों में मास्क पहनना अनिवार्य होगा और मूर्तियों के छूने पर प्रतिबंध लगाया गया है.
लेकिन अब देखना ये है की क्या प्रशासन अब फैसले को बदलती है या नहीं क्योंकि कुछ दिनों पहले तिरुपति देवस्थानम के पुजारी को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. यहां संक्रमण तेजी से फैला जिसे देखते हुए तिरुपति शहर में फिर से लॉकडाउन की घोषणा करनी पड़ी थी.