PATNA : मिशन 2020 के लिए बिहार बीजेपी ने जो इंटरनल प्लान तैयार किया है उससे विरोधी ही नहीं सहयोगी भी गच्चा खा जाएंगे। दरअसल बीजेपी ने बिहार ने मतदाताओं तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए सांगठनिक स्तर पर बड़ा बदलाव किया है। बिहार बीजेपी अब राज्य के अंदर सांगठनिक मंडलों की संख्या बढ़ाने जा रही है। पार्टी के संगठन में अब तक कुल 1085 मंडल थे जो बढ़कर 1125 हो जाएंगे।
मंडलों की संख्या बढ़ाने के लिए बिहार बीजेपी का संगठन नए सिरे से मंडल का परिसीमन कर रहा है। मंडलों की संख्या बढ़ाए जाने के पीछे बीजेपी का मकसद मंडल प्रभारियों का बोझ कम करना है। मौजूदा स्थिति में एक मंडल प्रभारी के अंदर बूथों की संख्या ज्यादा है जिसे घटाकर 50 से 55 करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बीजेपी का मानना है कि अगर मंडल अध्यक्षों के दायरे में बूथों की संख्या कम रही तो उनकी पहुंच मतदाताओं तक ज्यादा मजबूत होगी मंडलों की संख्या की बात करें तो सबसे ज्यादा पटना महानगर उसके बाद गया, मुजफ्फरपुर, भोजपुर, छपरा, सिवान, समस्तीपुर और पूर्णिया में मंडलों की संख्या ज्यादा है।
मंडलों के सांगठनिक परिसीमन से बीजेपी ना केवल अपने विरोधियों को परेशान करेगी बल्कि सहयोगी भी यह समझ नहीं पाएंगे कि किस मंडल के दायरे में कौन से बूथ के मतदाता आ रहे हैं। बीजेपी के अंदर सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। अगले दो दिनों में मंडल अध्यक्ष पद के लिए नामांकन की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। 16 नवंबर को पार्टी ने सभी जिला अध्यक्षों और जिला चुनाव प्रभारियों की बैठक बुलाई है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने जो अंदरूनी तैयारी की है वह जमीन पर कितनी सफल साबित हो पाती है।